Faridabad/Alive News: फरीदाबाद जिले में पहली बार जनता दरबार लगाया गया। जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने की और इसमें करीब 432 पंजीकृत शिकायतें रखी गई और बाद में मुख्यमंत्री ने डेढ़ सौ के करीब लोगों की खुली शिकायतें भी सुनी। रविवार को जनता दरबार में मुख्यमंत्री ने कुल मिलाकर 600 लोगों की शिकायतें सुनी शिकायतों का सीएम ने मौके पर ही निपटान किया।
कार्य में लापरवाही बरतने वाले इंस्पेक्टर को किया सस्पेंड
जनता दरबार में एक फरियादी ने मुख्यमंत्री के सामने खाद्य और आपूर्ति विभाग से संबंधित मामला रखा। इसमें फरियादी ने इंस्पेक्टर सत्यनारायण के खिलाफ लापरवाही बरतने और कंप्लेन वापस लेने का भी आरोप लगाया। जिस पर संज्ञान लेते हुए सीएम ने खाद्य और आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया। वही बिजली मीटर के एवरेज बिल लेने को लेकर नाराज दिखे मुख्यमंत्री ने एस ई नरेश कक्कड़ को फटकार लगाई।
बिजली विभाग के एसई को जमकर फटकारा
वहीं दूसरी ओर एक फरियादी ने बिजली मीटर के एवरेज बिल लेने की शिकायत मुख्यमंत्री के सामने रखी और फरियादी ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों को कई बार इसकी शिकायत कर मीटर चेंज करवाने की मांग कर चुका है। बावजूद इसके किसी भी अधिकारी द्वारा समस्या का समाधान नहीं किया गया। बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही पर गुस्साए मुख्यमंत्री ने एसई नरेश कक्कड़ को जमकर फटकार लगाई और कहा कि मीटर रीडिंग वाले को इसकी जानकारी निगम को देनी चाहिए थी। जिसके बाद मीटर बदला जाना चाहिए था। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें निगम द्वारा पिछले काफी समय से जानबूझकर एवरेज का बिल भेजा जा रहा है। जिस पर सीएम ने जल्द फरियादी की समस्या का समाधान करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की शिकायतों को लेकर खास नीति भी बनाई जाएगी।
पेंशन धारियों के मुद्दे को लिया गंभीरता से
जनता दरबार में कई बुजुर्ग भी अपनी पेंशन संबंधी शिकायत लेकर पहुंचे और उन्होंने समाज कल्याण विभाग अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा पेंशन में की गई गड़बड़ी का मामला मुख्यमंत्री के सामने रखा गया। जिस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत संज्ञान लेते हुए समाज कल्याण विभाग अधिकारियों को निर्देश देते हुए बुजुर्गों की पेंशन में सुधार कर उनकी पेंशन फिर से चालू कराने के निर्देश दिए और इस दौरान मुख्यमंत्री ने दो पेंशन धारकों को नगद में पेंशन भी दिए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने एक पेंशन धारक बुजुर्ग को बच्ची की पढ़ाई के लिए शिक्षा विभाग द्वारा मदद देने और अपनी तरफ से लाख रूपये उनके अकाउंट में ट्रांसफर करने का आश्वासन भी दिया।
सीएमओ को भी नहीं बख्शा
जिला नागरिक अस्पताल में इलाज के दौरान मरीजों के साथ किए जा रहे अभद्र पूर्ण व्यवहार को लेकर मुख्यमंत्री ने अपनी नाराजगी जाहिर की और सीएमओ विनय गुप्ता को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि डमरू को भगवान का दर्जा दिया गया है ऐसे में मरीजों के साथ डॉक्टरों का अभद्र व्यवहार और इलाज में लापरवाही बेहद शर्मनाक है। मुख्यमंत्री ने सीएमओ विनय गुप्ता को व्यवहार में परिवर्तन करने के आदेश दिए और मरीज के इलाज के दौरान डॉक्टर द्वारा बरती गई लापरवाही पर जमकर फटकार लगाई और जल्द इसका निपटान करने के निर्देश दिए।