May 8, 2024

दुष्कर्म के दर्द से कराहती मासूम को ढाई घंटे तक नहीं मिला इलाज, महिला आयोग ने मांगी रिपोर्ट

New Delhi/Alive News : दुष्कर्म के दर्द से कराहती मासूम को लेकर उसका पिता दिल्ली के नामचीन अस्पतालों में लेकर करीब ढाई घंटे तक चक्कर काटता रहा, लेकिन अस्पताल ने मरीज को इलाज देने की बजाए उन्हें दूसरी जगह जाने की नसीहत दी। करीब ढाई घंटे तक भटकने के बाद पीड़िता के पिता ने अपनी बेटी को आखिरकार किसी तरह राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया। आईसीयू में भर्ती मासूम की 36 घंटे के बाद भी हालत नाजुक बनी हुई है। उधर मध्य जिले के स्पेशल स्टाफ और एएटीएस की टीम ने आरोपी को रोहतक जिले के कलानौर से गिरफ्तार किया है।

मिली जानकारी के अनुसार आरोपी की पहचान सूरज पुत्र दिनेश शाह निवासी के-1, रघुबीर नगर के तौर पर हुई है। जानकारी के मुताबिक पीड़िता के पिता को शुक्रवार सुबह करीब साढ़े दस बजे पत्नी ने घटना की जानकारी दी। जब पिता घर पहुंचा तो उस दौरान बेटी की हालत देखकर उनके आंखों से आंसू निकल गए। बच्ची खून से लथपथ थी। इसी बीच किसी ने घटना की जानकारी पुलिस और एंबुलेंस को दे दी। एंबुलेंस के मौके पर पहुंचते ही वह बच्ची को लेकर अस्पताल के लिए भागा। 

पीड़ित के मुताबिक करीब 11 बजे वह पटेल अस्पताल पहुंचा। वहां बच्ची के पिता से कहा गया कि बच्ची का इलाज यहां सभव नहीं, इसके लिए उसे लेडी हार्डिंग अस्पताल जाना पड़ेगा। इस दौरान उसने वहां मौजूद लोगों से बच्ची की उम्र, पीड़ा की बात करते हुए मिन्नतें की, लेकिन उसको अनसुना कर दिया गया। थक हारकर वह करीब 12 बजे लेडी हार्डिंग अस्पताल पहुंचा। वहां उसे बताया गया कि यहां बच्चों का इलाज नहीं होता है। साथ ही कलावती अस्पताल जाने की सलाह दी गई। 

आगे कलावती पहुंचने पर बच्ची के पिता को कहा गया कि जिस इलाके का यह मामला है उनका इलाज इस अस्पताल में नहीं होता है। उसे वापस लेडी हार्डिंग जाने को कहा गया। इस बीच बच्ची दर्द से कराहती रही। अपनी बच्ची का सिर थामे पिता उसे वापस लेडी हार्डिंग अस्पताल लाया। जहां से उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। 

दोपहर करीब 1:30 बजे पीड़िता अपनी बच्ची को लेकर राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचा और वह बच्ची को भर्ती करने के लिए गुहार लगाई। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। पहले बच्ची को स्थिर करने के लिए प्राथमिक इलाज किया और फिर शाम छह बजे बच्ची का ऑपरेशन करने के बाद रात 11:00 बजे उसे गहन चिकित्सा कक्ष में भेज दिया गया। वहां अभी उसकी हालत स्थिर है, लेकिन नाजुक बनी हुई है।

बेटी के साथ हुए दर्दनाक घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। रोते हुए बच्ची के पिता ने बताया कि पिछले साल दिल में छेद होने की वजह से सात साल के बेटे की मौत हो गई थी। एक एक पैसा जोड़कर बेटे का पंत अस्पताल में ऑपरेशन करवाया था लेकिन बेटे को बचा नहीं पाए। उसकी मौत के गम से उबरे भी नहीं थे कि शुक्रवार को बेटी के साथ ऐसी घटना हो गई।

मेहनत मजदूरी कर अपनी दो बेटियों का पालन पोषण करते हैं। ऐसा होता है कि कभी उनके पास पैसे नहीं होते हैं तो मजबूरी में बच्ची गुरुद्वारा जाकर लंगर लेकर आती है। लेकिन उसे नहीं पता था कि बच्ची पर किसी की नजर थी। बेटी की हालत देखी नहीं जा रहा है। वह दर्द से कराह रही है। बच्ची के पिता ने कहा कि पुलिस जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर और उसे फांसी की सजा देनी चाहिए। 

उसके बाद दिल्ली महिला आयोग ने संबंधित मामले में संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। आयोग ने पुलिस से मामले में तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। साथ ही मामले में दर्ज प्राथमिकी का ब्यौरा मांगा है।