May 19, 2024

काबुल एयरपोर्ट पर अंधाधुंध फायरिंग, भीड़ पर चलाई गोलियां

New Delhi/Alive News : अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां की आम जनता बेहद डरी हुई है। लोग किसी भी कीमत पर देश छोड़कर निकल जाना चाहते हैं। वहीं देर रात काबुल एयरपोर्ट पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब अचानक भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग होने लगी। देर रात हुई फायरिंग का वीडियो सामने आया है जिसमें गोली चलने की आवाज साफ सुनाई दे रही है। हालांकि इस फायरिंग में हताहत लोगों के बारे में फिलहार कोई सूचना नहीं है।

फायरिंग शुरू होते ही एयरपोर्ट पर एकदम से अफरा-तफरी मच गई। पुरुष, महिलाएं और बच्चे जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। फायरिंग के बाद महिलाओं के चीखने की आवाज़ें आने लगीं। महिलाएं अपने हाथों में छोटे-छोटे बच्चों को लिए इधर से उधर भागने लगीं।

फायरिंग का वीडियो कल रात का बताया जा रहा है।फायरिंग के बाद एयरोपोर्ट के एक हिस्से में धूल का गुबार उठता दिखाई दे रहा है। एयरपोर्ट पर हज़ारों लोग अपनी वतन वापसी का इंतज़ार कर रहे हैं। वहीं अफगानी नागरिक भी किसी भी कीमत पर अपना मुल्क छोड़ देना चाहते हैं। इसी अफरातफरी के बीच दिल दहलाने वाला ये वीडियो सामने आया है।

अशरफ गनी ने वीडियो जारी किया
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश में तालिबान की वापसी के बाद काबुल छोड़कर भागने के अपने फैसले का बचाव करते हुए बुधवार को कहा कि खून-खराबा रोकने का यही एक रास्ता था। उन्होंने ताजिकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत के उन दावों को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने राजकोष से लाखों डॉलर की चोरी की है। गनी ने बुधवार देर रात अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिससे यह पुष्टि हो गयी कि वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हैं।

उन्होंने अपने संदेश में अफगान सुरक्षा बलों का शुक्रिया अदा किया लेकिन साथ ही कहा कि ‘‘शांति प्रक्रिया की नाकामी’’ के कारण तालिबान ने सत्ता छीन ली। उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर ताजिकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत के उन आरोपों को भी खारिज करने की कोशिश की कि उन्होंने राजकोष से 16.9 करोड़ डॉलर चोरी किए। उन्होंने दावा किया कि उन्हें ‘‘एक जोड़ी पारंपरिक कपड़ों और सैंडल में अफगानिस्तान छोड़ना पड़ा जो उन्होंने पहन रखे थे।’’ गनी ने कहा, ‘‘इन दिनों आरोप लगाए गए हैं कि पैसा लिया गया लेकिन ये आरोप पूरी तरह निराधार हैं।’’ गनी तालिबान के काबुल में घुसने के बाद रविवार को अफगानिस्तान छोड़कर चले गए थे।