December 24, 2024

मिहिरभोज शासन काल में सोने की चिड़िया था भारत: पार्षद हेमा बैसला

Faridabad/ Alive News: अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा द्वारा समाज के प्रतिभावान और प्रतिष्ठित लोगों को सम्मान के रूप में स्मृति चिन्ह  देकर सम्मानित किया . जिनमे वार्ड 20 की पार्षद हेमा बैसला को भी समाज की ओर से बेटियों का मान बढ़ाने पर स्मृति चिन्ह  देकर सम्मानित किया गया. अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने यह सम्मान समारोह गुर्जर समाज के महान राजा मिहिरभोज गुर्जर प्रतिहार राजवंश की स्मृति में दिया गया।
वार्ड 20 की पार्षद हेमा बैसला ने बताया कि मिहिरभोज गुर्जर प्रतिहार राजवंश के सबसे महान राजा थे। इन्होने लगभग 50 साल तक राज्य किया था। इनका साम्राज्य अत्यन्त विशाल था. इनके शासन काल में भारत सोने की चिड़िया कहा जाता था।
पार्षद बैसला ने कहा कि कुछ दूसरे समुदाय के लोगों और अंग्रेजों ने हमारे इतिहास को मिटा दिया, और हमारे समाज को क्रिमिनल, मवेशी चराने वाले, अनपढ़ और अति पिछड़ी जाती के लोग बताने लगे. लेकिन हमारे पूर्वजों और अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा में जुड़ने के बाद पता चला की हम राज घराने से हैं. हेमा बैसला ने बताया कि उनके एक अध्यापक, के. के मोहम्मद, इंडियन ऑर्कोलॉजिस्ट कहते हैं कि रॉयल राज घराने से अगर कोई है तो वह तुम्हारी गुर्जर समुदाय है. बैसला ने कहा कि के. के मोहम्मद को इस समुदाय के ब्लड पर गर्व है। इस दौरान शेखर गुर्जर, रोहित बैसला, मोहित बैसला, अरुण नम्बरदार, नितिन गामडी, धरमु गामड़ी, अनिल, दुस्यंत, टीटू गुर्जर, सूबेदार, और दीपक आदि उपस्थित थे।