May 19, 2024

बढ़ते वायु प्रदुषण से हो सकता है फेफड़ो का कैंसर, सावधान रहें

Lifestyle/Alive News: नवंबर का महीना शुरू होने वाला है इस दौरान सर्दियों ने भी दस्तक दे दी है।देखा जाये तो सर्दिया आने के साथ साथ हमारे देश का प्रदुषण भी क़ाफी ज्यादा बढ़ जाता है। प्रदुषण बढ़ने की वजह से हमारे शरीर पर कई तरह के प्रभाव पड़ते हैं जिससे कि हमारे शरीर कई तरह की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।

प्रदुषण केवल फेफड़ो में ही नहीं फेफड़ो को ही नहीं बल्कि हमारे हृदय को नुक्सान पहुंचाता है जिससे कि हमे हृदय सम्बंधित बीमारियां होने लगती हैं। बढ़ते हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामलों को देखते हुए सावधानी बरतना और जरूरी हो जाता है। आइए जानते हैं, अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

बाहर निकलते समय हमेशा मास्क पहन कर निकलें। मास्क पहनने से हवा में मौजूद छोटे-छोटे पार्टिकल्स फिल्टर हो जाएंगे। इसलिए घर से निकलते समय हमेशा मास्क पहन कर रखें। खासकर बच्चों और बूढ़ों को बिना मास्क के बाहर न निकलने दें।
स्मोक करना आपके फेफड़ों के लिए श्राप से कम नहीं होता। इससे लंग्स कैंसर होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। स्मोकिंग से लंग्स की हवा फिल्टर करने की क्षमता पर भी असर पड़ता है, जो बढ़ते प्रदूषण में और खतरनाक साबित हो सकता है। सेकेंड हैंड स्मोक यानी किसी और द्वारा छोड़े गए सिग्रेट के धुएं से भी बचें। यह भी लंग्स के लिए स्मोकिंग जितना ही हानिकारक होता है।

इंडोर प्लांट्स लगाएं
अपने घर के अंदर स्नेक प्लांट, मनी प्लांट जैसे कुछ पौधे लगा सकते हैं, जिससे आपके घर के अंदर की हवा शुद्ध होगी। इसके लिए आप वर्टिकल गार्डनिंग तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आप कम जगह में ज्यादा पौधे लगा पाएंगे।

एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज करने से आपके लंग्स मजबूत होते हैं। इसमें योग और प्राणायाम काफी मदद कर सकते हैं। यह आपके लंग्स की क्षमता को बढ़ाते हैं और लंग्स में होने वाली बीमारियों के खतरे को भी कम करते हैं।

बेवजह बाहर न जाएं
प्रदूषण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए कोशिश करें कि जरूरत न हो, तो घर से बाहर न निकलें। मास्क पहनने से भी एक हद तक की ही सुरक्षा मिल सकती है। इसलिए कोशिश करें कि बाहर कम से कम निकलें।

एयर प्यूरीफायर
अपने घर में एयर प्यूरीफायर लगाएं। यह हवा में मौजूद प्रदूषण को फिल्टर कर आपको साफ हवा देता है। यह बच्चों, प्रेग्नेंट महिलाओं, बूढ़ों और मरीजों के लिए काफी लाभदायक हो सकता है। साथ ही वेंटिलेशन का भी ध्यान रखें। कोशिश करें कि उन समय में जब प्रदूषण कम होता है, तब खिड़की दरवाजे खोलकर ताजी हवा आने दें।

हवा की क्वालिटी चेक करें
आपके क्षेत्र का एक्यूआई लेवल कितना होता है, इसका पता लगाने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आप पता लगा पाएंगे कि बाहर कितना प्रदूषण है और आप उस हिसाब से बाहर जाने का समय और वेंटिलेशन के लिए खिड़की दरवाजे भी खोल पाएंगे।