Faridabad/Alive News: जिले में आवारा कुत्तों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। मुख्य सड़कों से लेकर गली मोहल्लों तक कुत्तों का झुंड नजर आता है। जिला नागरिक अस्पताल में भी प्रतिदिन कुत्तों के काटने के मामले सामने आ रहे है। नगर निगम द्वारा भी कुत्तों को पकड़ने या फिर इस समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए कोई प्रबंध नहीं किया जा रहा है।
नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन कुत्तों से काटने के आठ से 10 मामले सामने आ रहें हैं। जिले का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं हैं जहां आवारा कुत्तों ने आतंक न मचा रखा हो। ओल्ड फरीदाबाद , एनआईटी ,बल्लभगढ़ और ग्रेटर फरीदाबाद की बनी विभिन्न सोसायटी में आवारा कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है।
बच्चों के ऊपर हो रहे हैं ज्यादातर हमले
अकसर बच्चे स्कूल से आने के बाद गलियों व पार्कों में खेलने के लिए निकल जाते हैं। जहां पर आवारा कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है। ऐसे में आवारा कुत्ते ज्यादातर बच्चों को ही अपना शिकार बना लेते हैं। कई सोसायटी में तो लोग अपने बच्चों को अकेले बाहर खेलने के लिए नहीं जाने देते हैं
रात में एक तरह से सड़कों पर कुत्तों का राज हो जाता है। बाइक सवार के पीछे दौड़ पड़ते हैं। राह चलते लोगों को भी काटने के लिए दौड़ते हैं। आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन न तो इन्हें पकड़ने का कोई इंतजाम है और न ही नसबंदी करने का।जिला नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन 60 से 70 लोग एंटी रेबीज टीके लगवाने के लिए आते हैं और एक व्यक्ति को तीन टीके लगाए जाते हैं। नागरिक अस्पताल प्रबंधन के पास के फिलहाल एक सप्ताह के लिए पर्याप्त डोज उपलब्ध है।बता दें कि नागरिक अस्पताल में एंटी रेबीज की एक डोज लगाई जाती है, जबकि बीपीएल कार्ड धारकों के बिल्कुल निशुल्क टीका लगता है।