November 15, 2024

वीटा मिल्क प्लांट को स्थानांतरित करने के मामले में सरकार ने नियम कानूनों को रखा है ताक परः दलाल

Faridabad/Alive News: हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं पलवल के पूर्व विधायक चौधरी करण सिंह दलाल ने बल्लभगढ़ के वीटा मिल्क प्लांट स्थानांतरण मुद्दे पर हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के बयान का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार को मंत्री के बयानों को ऑन रिकॉर्ड लाना चाहिए। करण दलाल ने सोमवार को मुकेश कॉलोनी स्थित कांग्रेसी नेता गिरीश भारद्वाज के निवास पर आयोजित पत्रकार सम्मेलन में कहा कि परिवहन मंत्री कुछ कह रहे हैं और हरियाणा सरकार कुछ अलग ही प्रस्ताव बनाकर पास कराने के लिए मिल्क प्लांट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के पास भेज रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नीयत नीति व कथनी करनी में बड़ा ही गोलमाल नजर आ रहा है। चौधरी करण सिंह दलाल ने कहा कि हरियाणा के परिवहन मंत्री इस मिल्क प्लांट को आईएमटी या फिर फरीदाबाद के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानांतरित करने की बात करते हैं और इस जमीन पर स्कूल, स्टेडियम व अस्पताल की बात कह रहे हैं, लेकिन असलियत यह है कि हरियाणा सरकार ने एक प्रस्ताव बनाकर वीटा मिल्क प्लांट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के पास भेजा है।

उन्होंने सरकार से मांग की है कि हरियाणा के परिवहन मंत्री ने जो बयान सार्वजनिक तौर पर दिए हैं उनको ऑन रिकॉर्ड लाया जाए। यही नहीं नेता ने सरकार पर आरोप लगाए कि वीटा मिल्क प्लांट को स्थानांतरित करने के मामले में सरकार ने सभी नियम कानूनों को भी ताक पर रखा है। उनके अनुसार वीटा मिल्क प्लांट कहां चलना चाहिए और कहां नहीं इसका फैसला प्लांट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्य करेंगे, लेकिन सरकार ने पहले ही इस मामले में बिना बोर्ड आफ डायरेक्टर्स की राय लिए बावल में न केवल जमीन की व्यवस्था कर ली है।

पूर्व मंत्री ने हरियाणा के परिवहन मंत्री के बयान पर भी आश्चर्य व्यक्त किया कि जिस प्रकार से हरियाणा सरकार बजाए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से प्रस्ताव लेकर उस पर कार्रवाई करने के स्थान पर उल्टा खुद प्रस्ताव भेजकर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से उस पर मोहर लगवाने का प्रयास कर रही है। उसी प्रकार से हरियाणा के परिवहन मंत्री भी प्लांट को आईएमटी में शिफ्ट करने की बात कर रहे हैं। जबकि आईएमटी में जमीन अलाट करने की कोई नीति ही सरकार की नहीं है।

उन्होंने कहा कि आश्चर्य का विषय है कि हरियाणा सरकार नए वीटा मिल्क प्लांट के लिए लोन लेने की बात कर रही है। जबकि चीनी मिल सहित अन्य कॉपरेटिव संस्थानों को सरकार अपने पास से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराकर उनका विस्तार करती है। ताकि इससे जुड़े किसानों दूध उत्पादों को अन्य वर्ग को आर्थिक फायदा हो सके। उनके अनुसार सरकार को भी नए प्लांट के लिए लोन लेने के स्थान पर आर्थिक सहायता स्वयं देनी चाहिए।

युवा कांग्रेसी नेता गिरीश भारद्वाज ने कहा कि वर्तमान सरकार नीतियों से परे हटकर मनमर्जी के फैसले ले रही है। जिसको क्षेत्र की जनता सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जल्दी इस मुद्दे पर सभी प्रभावित पक्षों को एकजुट कर इस आंदोलन को करण सिंह दलाल के नेतृत्व में तेज किया जाएगा। इस अवसर पर पूर्व पार्षद जगन डागर, मनीष अरोरा, सूबेदार जी, ब्रिजेश, हबीब प्रधान, लोकचंद भी मौजूद रहे।