November 15, 2024

गवर्नमेंट कॉलेज में छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में किया जागरूक

Faridabad/Alive News: नशा मुक्त अभियान के तहत छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूक किया गया। जिसमे नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करके नशा तस्करी पर अंकुश लगाने तथा नशे के चंगुल में फंसे लोगों को रिहैबिलिटेशन के माध्यम से नशा छुड़वाना रहेगा। एसीपी को नशा मुक्ति के इस अभियान में नोडल अधिकारी के लिए नियुक्त किया गया है।

बता दें कि इस कार्यक्रम में डीसीपी एनआईटी अमित यशवर्धन ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की और छात्रों को अहम जानकारियां प्रदान की। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस महानिदेशक द्वारा एनआईटी जोन को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए डीसीपी एनआईटी द्वारा एसीपी एनआईटी को इस अभियान का नोडल अधिकारी नियुक्त करके उन्हें नशा तस्करों पर अंकुश लगाने तथा विभिन्न स्कूल कॉलेज व सार्वजनिक स्थान पर जाकर अधिक से अधिक छात्रों सहित नागरिकों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। महिला थाना एनआईटी प्रभारी को इस अभियान का आर्डिनेटर नियुक्त किया गया है जो सभी से संबंध में स्थापित करके इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान देंगे।

डीसीपी अमित यशवर्धन खेड़ी गुजरान कॉलेज में पहुंचे जहां पर कॉलेज प्रशासन ने उनका भव्य स्वागत किया और छात्रों को नशा मुक्ति के बारे में जानकारी देने के लिए मंच पर आमंत्रित किया। पुलिस उपायुक्त ने छात्रों को नशा मुक्ति के बारे में विशेष जानकारी देते हुए बताया कि युवावस्था में कई बार गलत संगत में पड़ जाने की वजह से कुछ नवयुवक कम उम्र में ही नशे के शिकार हो जाते हैं और शराब या धूम्रपान करना शुरू कर देते हैं और धीरे-धीरे यह उनकी आदत में शुमार हो जाता है।

नशे के कारण बहुत सी समस्याएं पैदा होती हैं जिसमें सबसे पहले है स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं जिसमें व्यक्ति अंदर से खोखला होने लगता है। इसके अलावा नशा करने वाला व्यक्ति अपनी धन संपत्ति को नशे में उड़ाने लगता है और पैसा खत्म होने के बाद वह चोरी लूट जैसी वारदातों को अंजाम देना शुरू कर देता है जिसकी वजह से वह अपराध जगत में कदम रखता है और यह छोटे-मोटे अपराध आगे चलकर बड़ा रूप धारण कर लेते हैं तथा कई बार नशे में व्यक्ति पैसों के लिए डकैती या हत्या जैसी गंभीर वारदातों को भी अंजाम दे देता है।

इसके साथ ही उन्होंने नशा तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए आमजन को इन कार्यों में संलिप्त आरोपियों की सूचना टोल फ्री नंबर 90508 91508 पर पुलिस को देकर उनकी धरपकड़ करने तथा जो व्यक्ति नशे के जंगल में फंस चुका है उसे बाहर निकालने के लिए रिहैबिलिटेशन सेंटर के माध्यम से प्रयास किए जाएंगे। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा । पुलिस उपायुक्त ने छात्रों को साइबर सुरक्षा तथा महिला विरुद्ध अपराध के बारे में भी अहम जानकारियां दी और छात्रों और शिक्षकगणों को नशा नहीं करने तथा अपने साथियों और परिजनों को भी इसके बारे में जागरूक करने की शपथ दिलाकर कार्यक्रम का समापन किया।