November 26, 2024

सरकार की बॉन्ड पॉलिसी का विरोध कर रहे छात्रों को मिला आईएमए डाक्टरों का समर्थन

Faridabad/Alive News: बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में पीजीआई में पिछले 28 दिन से छात्र भूख हड़ताल पर बैठे है। ऐसे में आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए)की पूरी टीम मेडिकल कॉलेज में छात्रों के धरना स्थल पर पहुंची और उनको अपना समर्थन दिया। आईएमए के डॉक्टरों ने छात्रों को प्रोत्साहित किया और आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहजानंद प्रसाद सिंह ने कहा कि यदि सरकार अपनी पॉलिसी को वापस नहीं लेगी तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज होगा।

इस दौरान प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि वह बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में पिछले 28 दिन से अपनी मांगों को लेकर मेडिकल कॉलेज में हड़ताल पर बैठे है। संबंधित मामले को लेकर कई बार सरकार से उनकी वार्ता भी हुई लेकिन अब तक जितनी भी वार्ता सरकार से हुई है, सभी विफल रही है। अब आईएमए के डॉक्टरों ने उनके समर्थन में सभी प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी बंद की है और उनके साथ प्रदर्शन में शामिल हो गए है। इससे सरकार पर काफी दबाव पड़ेगा।

वहीं, आईएमए की हरियाणा अध्यक्ष डॉ.पुनीता हसीजा ने कहा कि पिछले 28 दिन से कोई भी छात्र कक्षांए नहीं लगा रहा है। जिससे उनकी पढ़ाई भी काफी प्रभावित हो रही है। पढ़ाई न होने का उन्हें काफी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सरकार बच्चों को दबाने में लगी है। लेकिन जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब वह पीछे हटने वाले नहीं है।

छात्रों के समर्थन में आए आईएमए की डॉक्टर दिव्य ने कहा कि सरकार ने जो छात्रों पर बॉन्ड पॉलिसी थोपी है। उसे जल्द सरकार वापस ले। इस बॉन्ड पॉलिसी के कारण बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है तथा इसके कारण छात्र अपनी आगे की पढ़ाई नहीं पाएगें। वह छात्रों के समर्थन में है। अगर सरकार इस पॉलिसी को वापिस नहीं लेती तो वह भी छात्रों के समर्थन में कड़ा फैसला ले सकते है। डॉक्टरों ने कहा कि आईएमए पहले दिन से छात्रों के साथ है। आज उसके आहृान पर ही प्रदेश भर में प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी को बंद किया गया है। लेकिन अगर सरकार उनकी मांगों को नही मानती तो सभी डॉक्टर पेन डाउन हड़ताल पर बैठेंगे।