December 28, 2024

नेशनल हाईवे पर बने ‘अवैध कट’ बन रहे बड़े हादसो का कारण

एनएच-2 पर ‘अवैध कट और टूटी रेलिंग’ बनी जानलेवा

Poonam Chauhan/Alive News

Faridabad: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को मुंह चिढ़ाते नेशनल हाईवे पर बने अवैध कट। हाईवे पर बने ये अवैध कट रोजाना किसी न किसी घटना का कारण बन रहे है और आए दिन इन्हीं के कारण शहर में बड़े हादसे हो रहे है, लेकिन प्रशासन इन अवैध कटो को लेकर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर पाई है। गम्भीर समस्या तो यह है कि नेशनल हाईवे की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नेशनल हाईवे पर जगह-जगह बने अवैध कट बड़े हादसों की वजह बन रहे हैं और प्रशासन मुकदर्शक बने इन हादसों का तमाशा देख रहा है।

इतना ही नहीं डिवाइडर की टूटी रेलिंग भी कुछ कम खतरनाक नहीं है, ये भी अपना असर दिखा रहीं है। अगर बात करे, बदरपुर बॉर्डर से लेकर सीकरी बल्लभगढ़ तक गुजरने वाली हाईवे की तो ये टोल रोड़ है और हर वर्ष एनएचएआई को इस रोड़ से करोड़ो टोल मिलता है। हम आपको बता दें कि सितम्बर से नए टोल रेट वाहनों पर लागू होने वाले हैं जिसमें 1 रूपए से 4 रूपए तक रेट में बढ़ोतरी तो की गई है लेकिन सडक़ सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, तो फिर ऐसे में इन दुर्घटनाओं का जिम्मेदार किसे माना जाए? इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी) की गाईड लाइन के अनुसार, रोड सुरक्षा की जिम्मेदारी एनएचएआई की है।

वहीं इसके तहत जो भी हादसे वाले क्षेत्र हैं, वहां साइनेज लगाए जाने चाहिए, अवैध कटों को बंद किया जाना चाहिए, स्पीड ब्रेकर नहीं होने चाहिए। लेकिन इन रूल्स को कितना फॉलो किया जा रहा है, इसका जवाब तो रोजाना होने वाली दुर्घटनाओं को देखकर ही लगाया जा सकता है। शहर में अवैध कटो की समस्या कोई नई नहीं है, सालों बीतने के बाद भी समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। ऐसा नहीं है कि इसकी शिकायत नहीं की गई, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई सुनवाई नहीं की गई। मिले आकड़ों के अनुसार बदरपुर बॉर्डर से लेकर बल्लभगढ़ सीकरी गांव तक कुल 24 किलोमीटर का रास्ता है। हाइवे पर इस दूरी में इस साल कई बड़े हादसे हुए हैं जिसमें सैकड़ो लोग अपनी जान गंवा चुके है।

लोगों ने बनाए अवैध कट :
बदरपुर बॉर्डर से लेकर सीकरी गांव तक नेशनल हाईवे पर कुल 31 कट पड़ते हैं। इनमें से कुछ कट ऐसे हैं, जिन्हें लोगों ने ग्रीन बेल्ट को जगह जगह तोडक़र बनाया है। इनकी वजह से आए दिन कोई न कोई सडक़ हादसा होता रहता है। जानकारी होते हुए भी नैशनल हाईवे अथॉरिटी उन कटों को बंद नहीं करती है।

बढ़े टोल रेट पर सुरक्षा जीरो :
सडक़ के नाम पर प्रशासन द्वारा हमसे मोटी टोल रकम को वसुली जा रही है पर सुरक्षा की कोई गारंटी नही है, क्योंकि प्रशासन को सिर्फ टोल रकम या फिर कहें कि अपनी आर्थिक व्यवस्था की ही चिंता है लोगों की सहुलियत या सुरक्षा से कोई लेना देना नहीं है तभी तो टोल रेट तो बढ़ गए लेकिन हाईवे के अवैध कट नहीं बंद हुए इसके लिए अभी न जाने कितनी और बलि होनी बाकी है।