November 23, 2024

बरसात में हुए घाव से हैं परेशान तो अपनाएं ये तरीके, जल्द मिलेगा छुटकारा

New Delhi/Alive News: बारिश के मौसम में किसी भी तरह का घाव ठीक होने में ज्यादा समय लेता है। इस मौसम में इंफेक्शन के बढ़ने के ज्यादा आसार होते हैं। बारिश में स्किन में होने वाली दिक्कतों के पीछे दो कारण होते हैं। बरसात के मौसम में ह्यूमिडिटी होने की वजह से कीड़े और मकोड़े स्किन पर बैठ जाते हैं। ऐसे में स्किन पर फोडे़ निकल आते हैं और सूजन के होने पर दर्द भी काफी होता है। मॉनसून या बरसात के मौसम में घाव को ठीक करना थोड़ा मुश्किल होता है। शहरों में भी ऐसी जड़ी-बूटियां मिलती हैं, जो आपको काफी हद तक राहत दिला सकती हैं। आइए इन के बारे में जानते हैं।

नीम की पत्तियांः आयुर्वेद में नीम की पत्तियों को हर तरह की समस्या के इलाज के लिए बेस्ट बताया गया है। नीम का महत्व इतना ज्यादा है कि मार्केट में इसके कई प्रोडक्ट्स तक मौजूद हैं। बरसात में फोड़ों के कारण बने हुए घाव को ठीक करने के लिए नीम के पत्तों को लें और इन्हें किसी तरह पीस लें और इस लेप को घाव वाली जगह पर लगाएं। नीम के एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण स्किन को हील करने में मदद करेंगे।

करी पत्तेः खाने का स्वाद बढ़ाने वाला करी पत्ता एक तरह की जड़ी बूटी भी माना जाता है। इसमें एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी एलर्जिक गुण होते हैं, जो स्किन पर हुए घाव को जल्दी भरने में कारगर होते हैं। करी पत्ते के देसी इलाज को अपनाने से स्किन पर होने वाली जलन भी कम होने लगती है। आपको रोजाना 3 से 4 करी पत्ते चबाने हैं। ये नुस्खा ब्लड को प्यूरिफाई करने का काम करेगा। इसके अलावा आप करी पत्ते और लौंग को पीस लें और इसमें नारियल तेल भी मिलाएं।

कदम के पत्तेः कदम के पत्तों से जुड़े कई घरेलू इलाज आप अपना सकते हैं. स्किन के घाव को भरने के अलावा पैर में आई मोच का इलाज भी कदम के पत्तों से किया जा सकता है। इसके एंटीबैक्टीरियल गुण हील करने में मदद करते हैं। कदम के पत्ते या इसकी छाल को पीसकर घाव पर लगाएं।

( इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। अलाइव न्यूज इनकी पुष्टि नहीं करता। किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें।)