Faridabad/Alive News : शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन करने वाली भाजपा सरकार के दस साल पूरे होने के बाद भी सरकारी स्कूलों के हालात नही सुधर पाये। हरियाणा की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक दस साल में शिक्षा के क्षेत्र में खास नही कर पाये। इसका एक बड़ा उदाहरण बल्लभगढ़ विधानसभा के सेक्टर-23 स्थित सरकारी स्कूल का है जिसमें बच्चों के बैठने के लिए पूरे कमरे नही, स्कूल का मुख्य गेट टूटा हुआ है और दीवार जलभराव की वजह से गिर चुकी है।
स्कूल के गेट पर कूड़े का खत्ता बना हुआ है। बच्चों की सुरक्षा के नाम पर चौकीदार नही है और स्कूल आवारा जानवरों की चरागाह बना हुआ है। चौकीदार न होने की वजह से छुट्टी के बाद स्कूल नशेड़ी और शराबियों का ठीकाना बन जाता है। आसपास के लोगों बताया कि स्कूल में कई बार चोरी की घटना हो चुकी है। इसकी वजह से सेक्टर में भी घटना हो रही है।हरियाणा में भाजपा सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कागजों में देने की बात करती आ रही है। लेकिन धरातल की सच्चाई यह है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक नही हैं।
सेक्टर 23 स्थित प्राथमिक पाठशाला स्कूल में एक आंगनवाढी का केन्द्र भी चलाया जा रहा है। इसमें आने वाले बच्चों की संख्या ज्यादा नहीं हैं। इसका कारण स्कूल परिसर में बरसात के दिनों में भरने वाला पानी है और दूसरा स्कूल में बच्चों की सुरक्षा की कोई गारंटी नही है।एक तरफ बल्लभगढ़ विधानसभा के विधायक एवं मंत्री मूलचंद शर्मा सरकार में भारी भरकम मंत्री रहे हैं। भाजपा सरकार ने बल्लभगढ़ विधानसभा में दस साल राज किया है।
स्कूल बना नशेड़ियों का अड्डा
स्कूल की टूटी दीवार होने की कारण छुट्टी के बाद स्कूल में नशेड़ियों और जुआरियों का जमावड़ा लगा रहता है। इस से सेक्टर वासी भी परेशान हैं। लेकिन सरकार और शिक्षा विभाग टूटी दीवार और चौकीदार की व्यवस्था दस साल में नही कर पाये।
स्कूल और बच्चों की सूरक्षा पर उठ रहा है सवाल
स्कूल में सूरक्षा व्यवस्था न होने के कारण बच्चों के माता पिता भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने में कतरा रहें हैं, स्कूल की व्यवस्था और सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं।