Faridabad/Alive News: सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम में श्री गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया| इस अवसर पर अधिष्ठाता जगद्गुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि गुरु से प्राप्त हुआ मन्त्र ही साक्षात् गुरु का स्वरुप है| यह मंत्र ही आपके सभी संकटों को हरने वाला है| उन्होंने कहा कि यह पूर्णिमा पूजन अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता का पर्व है। उन्होंने कहा कि गुरु कभी अपने नाम का जाप नहीं करवाते हैं बल्कि भगवान् के साथ जोड़ते हैं। गुरु वास्तव भगवान की कृपाओं को प्राप्त करने के निमित्त हैं जिन्हें भगवान् ने ही इस कार्य के लिए चुना है| गुरु तत्व को धारण करने वाले सदगुरु भगवान् के समक्ष हमारे लिए दलीलें रखते हैं क्योंकि भगवान् अपने बनाये विधान से बंधे हैं परन्तु गुरु किसी बंधन में नहीं हैं।
इसीलिए गुरु के बारे में सभी आध्यात्मिक मतों में एकस्वर से प्रशंसा की गयी है| स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने बताया कि इस दिन भगवान वेद ब्यास का भी जन्मदिन है जिन्होंने वेदों का संकलन एवं 18 पुराणों की रचना की| हमें उनका भी कृतज्ञ रहना चाहिए।गुरु महाराज ने बताया कि गुरु को स्वीकार नहीं करना है बल्कि धारण करना है। गुरु को शरीर नहीं मानने के पीछे भी यही उद्देश्य है कि आपको गुरु की सीख को अपने जीवन में उतारना ही होगा, तभी मुक्ति होगी| ऊपर ऊपर से केवल दिखावा करने वाले के जीवन में वो घटित नहीं होता जिसकी उसके लिए सबसे अधिक आवश्यकता है| यानि भगवद्प्राप्ति नहीं होती है।
उन्होंने कहा कि सरल जीवन जीएं, गुरु वचनों का पालन करें, प्राणियों पर दया करें, समाज का सहयोग करें| ऐसा कर आप भगवान् की कृपा प्राप्त करने के योग्य बनेंगे। उन्होंने अनेक कथानकों एवं भजनों के माध्यम से भी गुरु शिष्य के संबंधों के बारे में समझाया।इस अवसर पर प्रख्यात भजन गायक संजय पारीख ने अपना नया भजन सिद्धदाता दरबार की जय बोलो का लोकार्पण भी श्री गुरु महाराज द्वारा करवाया| यह भजन लांच होते ही यूट्यूब पर पॉपुलैरिटी पकड़ने लगा है| जयपुर से ही आये गायक लोकेश शर्मा ने भी अनेक भजन प्रस्तुत कर गुरु भक्तों का मन मोह लिया| यहाँ रविवार 21 जुलाई को भी गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया जायेगा जिसमें देश के कोने कोने कोने से भक्तगण हजारों की संख्या में भागीदारी करेंगे।