November 7, 2024

कैसे आएगा अच्छा परिणाम, जब शिक्षक कर रहे दूसरी जगह काम

Chandigarh/Alive News: शिक्षा विभाग के अधिकारियों का निर्देश है कि कमजोर परीक्षा परिणाम को स्वीकार नहीं किया जाएगा। लेकिन शिक्षक क्या करे? पहले निष्ठा योजना की ट्रेनिंग में उलझे और फिर पीपीपी की ट्रेनिंग जिम्मेदारी से निभाए। ऐसे में शिक्षक विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा की तैयारी नहीं करवा पा रहे हैं। शिक्षकों की ओर से इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई है। लेकिन विभाग की ओर से अब तक कोई राहत नहीं मिली है।

यह समस्या 2 फरवरी से कक्षा 6 से 8 वीं के विद्यार्थियों की सेट परीक्षा 9 और 11 वीं कक्षा के विद्यार्थियों की 23 और 27 फरवरी और दसवीं बारहवीं की प्री बोर्ड की परीक्षाएं सोमवार से शुरू होने जा रही हैं। लेकिन रिवीजन टाइम न मिलने से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है। प्री बोर्ड की डेटशीट शिक्षा विभाग द्वारा जारी कर दी गई है। जो सोमवार से 10 फरवरी तक है।

राजकीय स्कूलों के शिक्षकों का कहना है कि टीचरों की ट्रेनिंग शीतकालीन अवकाश के अंतर्गत करवाई जा सकती थी। लेकिन उस दौरान शिक्षा निदेशालय ने कोई ट्रेनिंग शेड्यूल जारी नहीं किया। शीतकालीन छुट्टियां खत्म होने के बाद एक के बाद एक ट्रेनिंग शेड्यूल जारी किया गया है। टीचरों की निष्ठा ट्रेनिंग डेपुटेशन प्रक्रिया परिवार पहचान पत्र की वेरिफिकेशन करना, सेफ्टी सिक्योरिटी संबंधित ट्रेनिंग में जुटे लगा रहे हैं। जिससे टीचर द्वारा कक्षा लेने के कारण विद्यार्थी के पढ़ाई बाधित हो रही है।