लेखक : चितरंजन
महिलाओं से र्दुव्यवहार ,दुराचार और अश्लील हरकत, छेडछाड ,छीनाझपटी,चोरी व लूटपाट आदि की घटनाओं का होना एक गंभीर तथा बहुत ही चिंता का विषय है, जिसकी रोकथाम के प्रति सजग रहने के साथ साथ दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सारे देश में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान चलाया हुआ है जो कि कारगर तरीके से लोगों को और प्रशासन को इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान देना चाहिए ।इस संबंध में वरिष्ठ नागरिकों व बुद्धि जीवियों की एक बैठक सेक्टर-14 में सम्पन्न हुई। जिसमें महिलाओं के साथ हो रही आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु एक सुझाव पत्र तैयार कर फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त को भेजा है।
बैठक में वरिष्ठ नागरिक व राष्ट्र हित चिन्तक जे एस यादव ने सुझाव पत्र के बारे में कहा कि जिला फरीदाबाद में महिलाओं ,बच्चों व लड़कियों के साथ छेड़छाड॒ ,अश्लील हरकत,चैन पर्स व मोबाइल झपटमार तथा लूटपाट की घटनाओं की रोकथाम हेतु छोटी छोटी नीति बनाकर आसानी से उन पर लगाम लगाई जा सकती है। जिससे लड़कियां और महिलाएं बेखौफ घर से बाहर आ जा सके।
लड़कियों के हर एक स्कूल _ कालेज,को एजुकेशन स्कूल,कालेज,10 वी तक, स्कूल 10+2, हर एक बस अड्डे, रेलवे स्टेशन,बीमा दफ्तर व अन्य ऑफिस,सरकारी-प्राइवेट ऑफिस,सरकारी-प्राइवेट अस्पताल, पब्लिक स्थान ,पार्क,सिनेमा और महिला कामगारों के स्थानो के आसपास साधारण वर्दी में 3-4 महिला पुलिस तैनात होनी चाहिए। जोकि 4 नोजवानो का एक ग्रुप हो
। वे सभी महिलाओं के छुट्टी के समय एलर्ट स्थिती में तैनात होंगे तो वारदात करने वाले के हौंसले पुलिस को वहां देख कर ही नाकाम हो जाएगें। तब अध्यापिकाओं, प्राचार्य, लड़कियों,महिलाओं से कोई दुर्व्यवहार नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि चार पहिया वाहन,लग्जरी कार,एस यू वी कार नीले,काले शीशे युक्त जोकि अधिकांशत: दूसरे शहरों या प्रदेशों के नंबर की होती हैं जिनमें 4 से 6 मेम्बर बैठे होते हैं फरीदाबाद में वाहन सर्विसेज व अन्य काम से आते हैं।
मनुष्य के रूप में ये भेड़िये बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मॉल, ऑफिस, स्कूल, कॉलेज के आसपास घूमते हैं। जब छात्रायें, नोकरी पेशा महिलायें छुट्टी के बाद अपने घर पर जाने के लिए बाहर निकलती है उन्हें ये लोग अपना शिकार बनाते है। कभी लिफ्ट देने के बहाने ,कभी किसी तरह का धोखे से,कभी जबरदस्ती से उठते हैं और फिर चलती गाड़ी में या दूर ले जाकर रेप करते हैं। फरीदाबाद में इस तरह की घटना गत माह घटी थी पुलिस की मुश्तैदी के कारण अपराधी पकड़े गए।यह पुलिस की सफलता लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करती है और अपराधियों में डर। जोकि बहुत जरूरी है।
इसके अलावा महिलाऒ के साथ चैन,मोबाइल, पर्स की लूट पाट की बाबत समाचारों में आता है कि अधिकतर बदमाशो की सख़्या बाईक पर तीन् होती है कई दफा वे दो बाईक पर भी होते हैं। वारदात को अंजाम देने के समय वे अचानक बाईक पर आते हैं और छपटमार कर भाग जाते हैं।
जे एस यादव ने पत्र में शामिल किए गए उपाय के बारे में कहा कि स्कूल व कालेजों के पते (जिले के गांव व शहर के सभी स्कूलों की सूची) जिलाशिक्षा अधिकारी से मिल जाएेगें। तथा कालेज् की शिक्षा विभाग से ली जा सकती है। सैक्टर के स्कूलो की सूची जिनको हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने जमीन दी है , उसकी सम्पदा अधिकारी से मिल जाएगी।
सार्वजनिक स्थानों जैसे पार्क,माल,बस अड्डा,रेलवे स्टेशन के बाहर तथा रिहायशी झ्लाकों के मुख्य मार्ग शहर का बाईपास रोड़ आदि जगहों पर पुलिस एक्टिव हो ,जिससे शराबी,नशेडी,आवारा लड़के और अपराघिक तत्वों पर नजर रहे तथा उन पर सख्ती होने से अपराधों में बहुत कमी आयेगी।
जे एस यादव ने पत्र में बताया कि थ्रीव्हीलर कई बार सवारी के लिए आफ़्त बन जाते हैं। कई बार खबरों में आता है कि फलां जगह पर तिपहिया में बैठे यात्रियों से छेडछाड़ ,लूटपाट की घटना घटी। तिपहिया चालक बहुत बार तेज आवाज में संगीत चलाते हैं ।जिस पर पूर्णतः रोक लगे।इस के अतिरिक्त बहुत से तिपहिया चालक रफ ड्राईविंग करते हैं। एक दूसरे से आगे जाने के लिए तेज दौड़ाते हैं और रेड लाईट की परवाह भी नही करते तथा जहां सवारी देखी वहीं बीच में वाहन रोक देते हैं जिनसे दुर्घटना होने का भय रहता है।
तिराहो तथा चौराहो पर तो बुरा हाल है आड़े त्रिच्छे खड़े होते हैं अन्य लोगों को वहां से निकलने में काफी परेशानी होती है । उदाहरण के तौर पर देखे जा सकते हैं-ओल्ड फरीदाबाद की नई सब्जी मण्डी,ओल्ड बस अड्डा ,एन आई टी में बीके चौक,दयानन्द महिला कालेज का तिराहा,नीलम चौक, रेलवे स्टेशन,डबुआ तिराहा जो जनता कालोनी व जवाहर कालोनी के रास्ते में है । बल्लभगढ़ के अम्बेडकर चौक, सै०55 सोहना रोड़ चौक ,सराय खवाजा _ पल्ला रोड ,नहर के पास पल्ला चौक आदि।
यादव ने कहा कि समस्या हल हो सकती है,जैसे तिपहिया स्टैण्ड की जगह निश्चित हो तथा दूरी का यात्री किराया तय हो।तिपहिया चाहे ग्रामीण श्रेत्र में चले या शहरी ,प्रत्येक चालक व वाहन का वेरीफिकेशन अनिवार्य हो।एक भी वाहन बिना वेरीफिकेशन के नहीं चले।
जो ई _ रिक्शा चल रहे हैं वे भी सवारी लेते हैं उनके चालकों का वेरीफिकेशन् जरूरी हो। बैठक में पुलिस आयुक्त से आग्रह किया गया कि पुलिस कर्मी का व्यवहार अच्छे व्यक्ति के साथ अच्छा हो तथा दुष्ट व्यक्ति के साथ सख्त।पुलिस की सख्ती ही दुष्टो का नाश कर सकती है। तथा विश्वास जताया कि जिले में सुख शान्ति के लिए उक्त बातों पर ध्यान देते हुए उचित निर्णय लेते हुए विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा हेतु आवश्यक प्रबंध करेंगे। बैठक में प्रो डॉ बी आर वर्मा, जे एस यादव, आचार्य सुरेश शास्त्री ,डॉ पी सी शर्मा, चितरंजन वर्मा, वयोवृद्ध डी पी पालीवाल ने अपने विचार रखे।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार है )