भारत के सशक्त परिवारों में से एक ‘यादव परिवार’ को उत्तर भारत में सबसे ताकतवर राजनीति परिवार माना जाता है. इस परिवार ने पिछले कई सालों से उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपना दबदबा कायम रखा है. वर्तमान में युवा नेता अखिलेश यादव के हाथ यूपी की कमान है जो मुलायम सिंह यादव के सुपुत्र हैं और जिन्हें भरोसा है कि 2017 में अपनी सत्ता को बरकरार रखेंगे.
दरअसल अखिलेश यादव ने बहुत ही कम वक्तों में राष्ट्रीय राजनीति में नाम कमाया है. इसमें जहां उनकी मेहनत, लगन और पिता का आशीर्वाद शामिल है वहीं दूसरी तरफ उनकी पत्नी डिंपल यादव ने भी उनका बहुत साथ दिया.
बहुत ही कम लोगों को मालूम है कि अखिलेश और डिंपल की शादी प्यार पर आधारित है. हालांकि दोनों में ऐसी कोई समानताएं नहीं थी जो उन्हें एक-दूसरे के करीब ले आए. दरअसल डिंपल यादव एक आधुनिक सोच की लड़की हैं, उन्हें घुड़सवारी करना बहुत ही पसंद है. इसके अलावा वह एक प्रतिभाशाली चित्रकार भी हैं. उधर अखिलेश यादव एक पहलवान परिवार से नाता रखने वाले युवा नेता हैं जिसे फुटबॉल खेलना बहुत ही पसंद है. लेकिन कहते हैं प्यार कोई वजह नहीं मांगता बल्कि प्यार हो जाता है, वह अपना रास्ता खुद ही बना लेता है. कुछ ऐसा ही हुआ डिंपल और अखिलेश यादव के साथ. यह बात तब की है जब अखिलेश यादव 25 के और डिंपल 21 की थी.
एक आर्मी परिवार से नाता रखने वाली डिंपल यादव ने बहुत ही कम समय में देश के अलग-अलग हिस्सों का अनुभव लिया है. दरअसल उनके पिता सेना में कर्नल थे इसलिए उन्हें देश में विभिन्न जगहों पर भ्रमण करने का मौका मिला. वैसे डिंपल का सपना दूसरी लड़कियों की तरह ग्रेजुवेशन के बाद किसी कंपनी को ज्वॉइन करना था. उनके दिमाग में राजनीति दूर-दूर तक नहीं थी लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था. उधर अखिलेश एक राजनीति परिवार से थे और मुलायम सिंह यादव के पुत्र होने के नाते राजनीति उनके नसों में थी.
दोनों का परिवार और शौक अलग होने के बावजूद दोनों एक-दूसरे से बहुत ही प्यार करते थे. हालांकि अखिलेश के पिता मुलायम सिंह यादव को दोनों की जोड़ी पसंद नहीं थी. बीच में कई दिक्कते भी आई, लेकिन अखिलेश अपना प्यार हासिल करने के लिए न केवल इन दिक्कतों से जुझे बल्कि उन्होंने डिंपल से शादी के लिए अपने पिता को मना भी लिया. इस तरह दोनों सन 1999 में शादी के बंधन में बंध गए और 16 साल होने के बाद भी यह रिश्ता आज भी कायम है…