- डिजिटल मैमोग्राफी, डिजिटल रेडियोग्राफी फ्लोरोस्कोपी सिस्टम और अगली पीढ़ी के अनुक्रमण अनुप्रयोग सहित उन्नत चिकित्सा सुविधाओं का लोकार्पण किया
- ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल परिसर में भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा का अनावरण किया
Faridabad/Alive News: केन्द्रीय श्रम और रोजगार तथा युवा कार्य और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने हरियाणा के फरीदाबाद में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, फरीदाबाद के सहयोग से आरोग्य भारती के “स्वास्थ्य चुनौतियां और स्वस्थ जीवन शैली” विषय पर एक सेमिनार में शामिल हुए।
डॉ. मंडाविया ने स्वस्थ और तंदुरुस्त भारत के निर्माण में निवारक और संवर्धक स्वास्थ्य सेवा के महत्व पर बल दिया। चरक, सुश्रुत और भगवान धन्वंतरि जैसे प्राचीन भारतीय चिकित्सा अग्रदूतों के ज्ञान का हवाला देते हुए उन्होंने भारत की समृद्ध स्वास्थ्य सेवा विरासत के बारे में बताया। उन्होंने निवारक स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख घटकों के रूप में ध्यान, योग और उपवास के महत्व पर बल दिया और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए देश भर में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने में आरोग्य भारती के प्रयासों की सराहना की।
अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का उद्घाटन
इस दौरान डॉ. मंडाविया ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल फरीदाबाद में तीन अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का लोकार्पण किया। डिजिटल मैमोग्राफी सेवाएँ – उन्नत इमेजिंग के लिए डिज़ाइन की गई एक उच्च-रिज़ॉल्यूशन, डिजिटल डिटेक्टर-आधारित मैमोग्राफी मशीन, यह स्तन कैंसर का शुरुआत में ही पता लगाने और मूल्यांकन के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
1000 एमए डिजिटल रेडियोग्राफी फ्लोरोस्कोपी प्रणाली – उच्च गुणवत्ता वाली एक्स-रे रेडियोग्राफी और फ्लोरोस्कोपिक-निर्देशित हस्तक्षेप के लिए एक आधुनिक नैदानिक प्रणाली, जो बीमित श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए नैदानिक क्षमताओं को बढ़ाती है।
नेक्स्ट-जेनेरेशन सीक्वेंसिंग एप्लीकेशन – एक अत्याधुनिक तकनीक जो ऑन्कोलॉजी अनुसंधान,आरएनए अनुक्रमण और रोगज़नक़ पहचान में सहायता करेगी, जिससे सटीक चिकित्सा का मार्ग प्रशस्त होगा। इन सुविधाओं के जुड़ने से बीमित श्रमिकों और उनके आश्रितों के लिए निदान और उपचार सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा, जिससे ईएसआईसी नेटवर्क के भीतर विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच सुनिश्चित होगी।
भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा का अनावरण
भारत की प्राचीन चिकित्सा परंपराओं के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में, डॉ. मंडाविया ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा का भी अनावरण किया।
स्वास्थ्य सेवा और उद्योग जगत के नेताओं की भागीदारी
सेमिनार में डॉक्टरों, पैरामेडिक्स, मेडिकल छात्रों, औद्योगिक श्रमिकों और औद्योगिक संघों तथा आरोग्य भारती के पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जो निवारक स्वास्थ्य सेवा और समग्र कल्याण के प्रति साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस अवसर पर ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निदेशक डॉक्टर अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। उन्होंने कहा कि मज़दूरों को स्वस्थ रखने के लिए इस संगोष्ठी में गहन विचार-विमर्श किया जाएगा, ताकि बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकें। जो भी निष्कर्ष सामने आएंगे, उन्हें श्रमिकों के हित में लागू किया जाएगा।
इस संगोष्ठी में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ, डॉक्टर और मज़दूर यूनियन के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सेमिनार में श्रमिकों के स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की जाएगी। श्रमिकों के कार्यस्थल पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने, बीमारियों से बचाव के उपायों और श्रम कानूनों को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सुझाव दिए जाएंगे।
कार्यक्रम के दौरान श्रमिकों को स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न योजनाओं और उनके लाभों के बारे में जागरूक किया गया। संगोष्ठी में इस बात पर भी जोर दिया गया कि श्रमिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं और बीमा कवरेज मिल सके, जिससे वे बिना किसी आर्थिक बोझ के अपना इलाज करा सकें। इस अवसर पर विभिन्न संगठनों और संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे और श्रमिकों के कल्याण के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया।