Palwal/Alive News : सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप ने बताया कि वर्ष 2020 की तुलना में मलेरिया व डेंगू के मामलो में काफी कमी आई है। इसके लिए स्वस्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर पानी के स्त्रोतों की लगातार जांच कर रही है। जिसमे अब तक लोगो जागरूक करने के साथ साथ बुखार आने पर कोविड 19 की जांच करवाने के लिए प्रेरित कर रही है। पलवल के सभी डेंगू संभावित क्षेत्रो मे स्वास्थ्य विभाग की टीमो के द्वारा कोविड 19 को ध्यान मे रखते हुए सभी टीम बखूबी अपना कार्य कर रही है। जिला पलवल मे अर्बन मलेरिया विभाग कि टीम डेंगू व मलेरिया के बचाव के लिए लगातार कार्य कर रही है।
जिले मई अब तक 46492 रक्त के नमूने लिए जा चुके हम जिनमे केवल होडल ब्लाक से केवल एक मलेरिया का मरीज निकला है जिसका पूर्ण इलाज किया जा चूका है और अब वो मरीज बिलकुल ठीक है। अब तक 2021 मे डेंगू का अभी साथ साथतक किसी भी प्रकार का कोई भी मामला नही है फिर भी जिला पलवल का स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य मे लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि अब तक जिला पलवल मे डेंगू के लार्वा की जांच के लिए पिछले महीने तक 17670 से ज्यादा घरो मे जांच हो चुकी है। जिनमे घरो के कूलर ,टंकी ,हौदियो, फ्रिज की जांच की जा चूकी है। जिन घरो मे लार्वा मिला है उनको साफ़ सफाई सम्बन्धी लार्वा को हटाने के लिए चेतावनी देते हुए 339 घरो मे नोटिस दिये जा चुके और अगर भविष्य मे इन घरो मे दोबारा लार्वा मिलता है या पाया जाता है तो इनका चालान भी किया जा सकता है।
पलवल शहर के सभी 32 वार्ड मे नगर परिषद् के साथ मिलकर फोगिंग करवाई गयी है तथा कुछ कॉलोनी में जहा पर मलेरिया व डेंगू के ज्यादा मामले आते है, उन सभी मे दोबारा से फोगिंग की एक्टिविटीज करवा दी गयी है। इसके साथ ही तालाब व गंदे नाले है उनकी सफाई के लिए नगर परिषद् भी कार्य कर रहा है। जिले मे डेंगू संभावित क्षेत्रो की सूची तैयार कर ली गयी है जिनमे स्वस्थ्य विभाग की टीमो द्वारा एंटी लार्वा संभंधित जरूरी एक्टिविटीज करवाई जा रही जिसके तहत एक सघन कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बारिश होने बाद मच्छर से फैलने वाली बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है क्योकि बारिश का पानी जहा भी जमा हो जाता है वहा पर मलेरिया व् डेंगू फ़ैलाने वाले मच्छर अंडे देना शुरू कर देते है। जिससे मच्छरों की जायदा बढ़ोतरी हो जाती है और बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है। इसलिए समुदाय में लोग अपने घरो व दफ्तरों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दे अगर पानी के निकास की सुविधा न हो तो उसमे काला तेल व मिट्टी का तेल डाल दे जिससे मच्छर के लार्वा व अंडे समाप्त हो जाए।