November 6, 2024

राजौरी में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए हरियाणा के लाल, आज पैतृक गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर

Faridabad/Alive News : बुधवार देर रात जम्मू कश्मीर में राजौरी सेक्टर के परगल आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में 3 जवान शहीद हो गए। इन शहीद हुए जवानों में हरियाणा के फरीदाबाद जिले के गांव शाहजहांपुर के राइफलमैन मनोज कुमार भाटी भी शामिल है। रक्षाबंधन के दिन दोपहर को परिजनों को उनके शहादत की खबर मिली। जिसके बाद घर में कोहराम मच गया। मां-बाप और पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है।

यही नही डीसी जितेंद्र यादव समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों ने भी शहीद के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की और अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दु:ख की इस घड़ी में परिजनों को कष्ट सहने की क्षमता देने की ईश्वर से कामना की।

मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 1996 में जन्में मनोज कुमार भाटी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई करने के बाद 25 अप्रैल 2017 में भर्ती हुए थे। चार भाई बहनों में मनोज सबसे छोटे थे। इनके बड़े भाई सुनील कुमार भी सेना में है। साथ ही वर्तमान में उनकी पोस्टिंग राजस्थान में थी। जबकि बीच वाले भाई हरेंद्र उर्फ योगेश खेती बाड़ी करते हैं। जबकि बहन आशा शादीशुदा है। इनके पिता बाबूलाल गांव में ही सटरिंग का कारोबार करते हैं।

दस माह पहले हुई थी शादी
मनोज कुमार भाटी राजूपताना राइफल्स में राइफल मैन के पद पर तैनात थे। उनकी शादी सीकरी निवासी कोमल के साथ हुई थी। पत्नी गर्भवती है। शादी को अभी आठ माह ही बीते थे, पति के शहादत की खबर सुनकर पत्नी और मां सुनीता बेसुध हो गई। रिश्तेदार और गांव वाले दोनों को संभालने में लगे हैं।

जानकारी के अनुसार जम्मू-कश्मीर में राजौरी के परगल आर्मी कैंप में आतंकियों ने बुधवार की देर रात अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग करते हुए आर्मी कैंप में घुसने की कोशिश की। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की। इसमें दो आतंकी मार गिराए गए। फायरिंग में फरीदाबाद के राइफल मैन मनोज कुमार समेत सूबेदार राजेंद्र प्रसाद और राइफलमैन लक्ष्मणन डी शहीद हो गए। 5 जवान जख्मी हैं। परगल कैंप राजौरी से 25 किमी की दूर है। सेना के मुताबिक आर्मी कैंप पर यह आत्मघाती हमला है।

शहीद मनोज का पार्थिव शरीर आज यानी शुक्रवार को गांव पहुंच सकता है। गुरुवार दोपहर बाद डीसी जितेंद्र यादव समेत अन्य पुलिस प्रशासनिक अधिकारी शहीद के घर पहुंचे। परिजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बधाया। साथ ही अंतिम संस्कार के लिए जगह चिन्हित कर सभी प्रबंधन करने पर चर्चा की।