November 18, 2024

हरियाणा: हिरासत में युवक की मौत, बुरी तरह पीटने के बाद गर्दन तोड़ने का आरोप, पांच पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज

Chandigarh/Alive News: हरियाणा के सिरसा में नशा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार देसूमलकाना के युवक गुरप्रीत सिंह की पुलिस कस्टडी में शनिवार रात को मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया है। आरोप है कि पुलिस हिरासत में गुरप्रीत सिंह को पीटा गया और उसकी गर्दन तोड़ दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई।

मृतक के परिजनों के मुताबिक 28 वर्षीय गुरप्रीत सिंह शनिवार शाम छह बजे खेत से घर आया था। इसी दौरान एंटी नारकोटिक्स सेल इंचार्ज दाता राम सहित पांच पुलिस कर्मचारियों ने उनके घर पर छापा मारा और गुरप्रीत को ट्रैक्टर से उतरते ही गिरफ्तार कर लिया व गाड़ी में डालकर अपने साथ ले गए। रात करीब 11.30 बजे उनके आढ़ती बबलू ने घर पर पहुंचकर उन्हें गुरप्रीत की मौत होने की जानकारी दी। परिवार निजी अस्पताल में पहुंचा। यहां गुरप्रीत के शरीर पर काफी चोट के निशान मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस बिना किसी कारण ही गुरप्रीत को उठाकर ले गई और झूठा मामला दर्ज कर बुरी तरह से पीटा।

परिजनों के मुताबिक गुरप्रीत के पांव, पीठ, गर्दन, पैर की तलियां पर चोट के निशान हैं। परिजनों ने नारकोटिक्स सेल इंचार्ज सहित अन्य के खिलाफ हत्या करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
अब कालांवाली थाना पुलिस ने मृतक के पिता सरोतम सिंह के बयान पर एसआई दाता राम, एएसआई जसवीर सिंह, हरजीत सिंह, ईसीएच विंद्र सिंह व गुरप्रीत सिंह के खिलाफ 147, 148, 149, 365, 342, 302 का मामला दर्ज किया है।

पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया गया है। रविवार सुबह मृतक के परिजनों ने अस्पताल में पहुंचते ही प्रदर्शन शुरू कर दिया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दोपहर एक बजे ड्यूटी मजिस्ट्रेट बयान दर्ज करवाने के लिए पहुंचे। परिजनों ने कहा कि जब तक पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचकर उनकी मांग व समस्या नहीं जानते तक वह शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने देंगे। दोपहर दो बजे पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक ने परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। बता दें कि मृतक गुरप्रीत पर पहले ही छह मामले दर्ज हैं।

परिजन ने बताया कि पुलिस ने पहले भी गुरप्रीत पर बिना किसी वजह से मामले दर्ज किए हैं। गुरप्रीत पर नशा तस्करी समेत नौ मामले दर्ज हैं। वह पांच दिन पहले ही नशा तस्करी के मामले में जेल से बाहर आया था। पुलिस के अनुसार गुरप्रीत के पास चिट्टा होने की सूचना के बाद गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार करने के बाद उसका स्वास्थ्य बिगड़ना शुरू हो गया है। उसे अस्पताल में दाखिल किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। मृतक नशे का आदी था और चिट्टा बेचने व उसका सेवन भी करता था। ओवरडोज के कारण उसकी मौत हुई है।