Chandigarh/Alive News : हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने फर्जी तरीके से नौकरी पाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। निगम कौशल ने पंजीकरण से लेकर नियुक्ति तक की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी है। सारी प्रक्रिया पोर्टल पर ऑनलाईन होने के कारण सरकारी विभागों, बोर्ड-निगमों की कच्ची भर्तियों में बैकडोर एंट्री के सारे रास्ते बंद हो गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार निगम 46 विभागों की मांग पर 3248 कर्मचारी उपलब्ध करवा रहा है, जिनमें चहेतों को न लगवा पाने वालों की बैचेनी बढ़ी हुई है। चारों ओर सिफारिश लगाने के बावजूद जवाब ना में ही मिल रहा है। निगम के अधीन अब तक 61 हजार कर्मचारी आ चुके हैं, ये आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत पहले से विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों में कार्यरत थे। अब इन्हें निगम के पे-रोल पर कर दिया गया है।
अब तक विभागों, उपक्रमों में नौकरियों के नाम पर रेवड़ियां बंटती रही। रसूखदार अपने चहेतों को योग्यता पूरी न होने पर भी दबाव बनाकर लगवा लेते थे। डीसी रेट की नौकरियों में सबसे अधिक सिफारिश चली। ठेकेदार प्रथा को खत्म करने के लिए गठित रोजगार निगम ने अस्तित्व में आते ही पिछले दरवाजे की सारी भर्तियों पर अंकुश लगा दिया।
अनुभवी कर्मियों को तवज्जो
ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से अनुभवी कर्मियों को तवज्जो मिल रही है। अनुभवी कर्मी न मिलने पर खाली पद भरने के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा। विभागों, उपक्रमों से आए कर्मचारियों के लिए पे-प्रोटेक्शन नियम भी लागू किया गया है। साथ ही 61 हजार कर्मियों को अब तक 350 करोड़ रुपये वेतन सीधा खाते में प्रदान किए जा चुके है।