November 17, 2024

हरियाणा के गृह मंत्री का एक्शन: अंबाला कैंट नगर परिषद का किया औचक निरीक्षण, शिकायतें न निपटाने पर तीन कर्मचारी सस्पेंड

Chandigarh/Alive News: हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सोमवार को अंबाला कैंट नगर परिषद का औचक निरीक्षण किया। गृह मंत्री के औचक निरीक्षण की भनक लगते ही नगर परिषद के अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। उन्होंने पहले ईओ और फिर ईओ के पीए रूम में दस्तावेजों की जांच की। इस दौरान लोगों की शिकायतों पर कार्रवाई न करने वाले लापरवाह 3 कर्मचारियों को उन्होंने सस्पेंड करने के आदेश जारी किए।

जानकारी के मुताबिक, एक शिकायत स्ट्रीट लाइट से संबंधित थी जो 11 सितंबर से लंबित पड़ी थी। इसके अलावा भी कई शिकायतें ऐसी पाई गई, जोकि कई दिनों से नगर परिषद कार्यालय में भेजी गई, मगर नगर परिषद द्वारा उन पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई थी। मौके पर गृह मंत्री अनिल विज ने संबंधित स्टाफ को बुलाया।

इस दौरान शिकायत करने वाले लोगों को गृह मंत्री विज ने स्वयं फोन लगाकर पूछा कि उनकी शिकायतों का समाधान हुआ या नहीं। मगर एक भी शिकायत का समाधान नहीं हुआ था, जिस पर मंत्री विज ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले स्टाफ को सस्पेंड करने के आदेश दिए। दरअसल, अंकित ने नगर परिषद को बीती 4 अक्टूबर को स्ट्रीट लाइट खराब होने की शिकायत भेजी थी, मगर इसे अब तक ठीक नहीं किया गया था। इस मामले में दोषी पाए जाने वाले स्टाफ को सस्पेंड करने के आदेश गृह मंत्री विज ने दिए।

इसी प्रकार अनिल विज ने बोह निवासी रामपाल भारद्वाज द्वारा नगर परिषद को ईमेल पर भेजी शिकायत पर संज्ञान लिया। पहले उन्होंने रामपाल भारद्वाज को कॉल करके उसकी समस्या जानी। रामपाल ने बताया कि बोह मेन रोड पर स्ट्रीट लाइट खराब होने की शिकायत 11 सितंबर को दी थी, मगर अब तक यह लाइट ठीक नहीं हुई है। इस पर गृह मंत्री विज ने संबंधित स्टाफ को सस्पेंड करने के आदेश दिए।

इसी प्रकार, गृह मंत्री ने जिला नगर आयुक्त द्वारा नगर परिषद को अतिक्रमण हटाने के लिए भेजे पत्र पर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी। जिला नगर आयुक्त ने बीती 28 सितंबर को अंबाला कैंट टिंबर मार्केट के पास अतिक्रमण हटाने के लिए लिखित पत्र नगर परिषद को प्रेषित किया था। मंत्री विज ने इस पत्र की कार्रवाई रिपोर्ट तलब की, मगर कोई अधिकारी इस पर जवाब नहीं दे पाया। दस्तावेजों की जांच की गई तो पाया कि यह पत्र बिल्डिंग इंस्पेक्टर को मार्क किया गया था। इस मामले में भी मंत्री विज ने जांच कर संबंधित स्टाफ को सस्पेंड करने के निर्देश दिए।