Haryana /Alive News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने रविवार को करीबन साढ़े 10 बजे सिविल अस्पताल का निरक्षण किया। निरक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अस्पताल के मरीजों से मिलकर उनसे उनका फीडबैक भी लिया।साथ ही अस्पताल के स्टाफ को आदेश भी दिए।
मिली जानकारी के मुताबिक निरीक्षण करने के बाद सीधा वह इमरजेंसी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने आते ही रजिस्टर में एंट्री कर रहे कर्मचारी से मरीजों का डाटा पूछा, लेकिन वह बता नहीं पाया।मुख्यमंत्री ने जब कंप्यूटर में डाटा नहीं चढ़ाने का कारण पूछा तो कर्मचारी सुबह चढ़ाने की बात कहीं। इस पर रात को ही मरीजों का डाटा कंप्यूटर में चढ़ाने के आदेश दिए।
साथ ही इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर के एप्रन नहीं डालने पर मुख्यमंत्री ने उनको उसे डालने की बात कहीं। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान भर्ती मरीजों और बाहर बैठे स्वजनों से बातचीत की और एक मामले में एसपी को फोन कर कार्रवाई करने के लिए कहा।
अस्पताल के बाद वह अनाज मंडी चौकी पहुंचे और फिर सेक्टर 14 में आम लोगों से मिलकर बातचीत की। मुख्यमंत्री गुजवि के रेस्ट हाउस में रुके हुए है। अचानक ही खाना खाने के बाद वह बिना को बताए अचानक से शहर में निकल गए। उनके साथ भाजपा नेता अरुण दत्त शर्मा थे। वह सीधा सिविल अस्पताल पहुंचे और काफिले रुकते ही भगते नजर आए।
सीएम पहले ओपीडी की गैलरी में पहुंचे और लैब और स्टोर की जांच की। देखने के बाद वह इमरजेंसी में पहुंच गए। वहां पर मैनुअल रजिस्टर में मरीजों का डाटा नोट होने पर व्यवस्था सुधारने के आदेश दिए है। सीएम ने स्टाफ नर्स मंजीत से बात की और पूरा डाटा पूछा। सीएमओ डा. रत्ना भारती को पता चला तो वह तुरंत अस्पताल पहुंची।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अस्पताल में आने का डॉ. नागेश को पता चला तो वह आपरेशन थियेटर से उसी ड्रेस में उनसे मिलने पहुंच गए। डॉ. नागेश ने अपने साथ हुए धोखाधड़ी की शिकायत देते हुए कार्रवाई नहीं होने की बात कहीं। मुख्यमंत्री को जब डॉ. नागेश के राजस्थान से होने का पता चला तो उन्होंने जीत की उन्हें बधाई दी, कहा आप सबके कारण वहां पार्टी की जीत हुई।