November 17, 2024

हरियाणा में ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन मानकों के फेर में फंस सकते हैं, नई योजना में दायरे से बाहर हो जाएंगे 12 जिले

Haryana/Alive News: ट्यूबवेल के लिए बिजली कनेक्शन का सपना संजोए हरियाणा के किसानों को बड़ा झटका लग सकता है। सरकार अब बिजली कनेक्शन देने के लिए मानक तय करने पर विचार कर रही है। इसके तहत निर्धारित भू-जल स्तर होने पर ही किसानों को बिजली का कनेक्शन दिया जाएगा। कृषि विभाग, सिंचाई विभाग और बिजली विभाग मिलकर इस योजना को अमलीजामा पहनाएंगे।

सूत्रों के अनुसार, सरकार 20, 25 और 30 मीटर भू-जल के मानक तय करने की तैयारी में है। इस समय भू-जल स्तर औसतन 21.16 मीटर है। बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने बताया कि 35 हजार किसानों को कनेक्शन दिए जा चुके हैं, अभी 15 हजार किसानों को बिजली के कनेक्शन देने बाकी हैं भू-जल स्तर के अनुसार कनेक्शन देने के लिए मानक तय किए जाएंगे, यह कितने मीटर के होंगे, अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है।

ये है सरकार की योजना
प्रदेश सरकार की ओर से सोमवार को जारी प्रेस नोट में साफ कहा है कि किसानों को ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए एक मानक तय करने पर विचार हो रहा है, निर्धारित भू-जलस्तर होने पर ही कनेक्शन देंगे। नए ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए कमांड व नॉन कमांड का कोई विषय नहीं होगा और पैडी-नॉन पैडी का भी कोई विषय नहीं रहा है। 50 हजार में से हमने करीब 35 हजार कनेक्शन दे दिए हैं। किसानों को 6 महीने के भीतर सभी कनेक्शन दे दिए जाएंगे।

तीन विभाग लेंगे निर्णय
किसानों को टयूबवेल बिजली कनेक्शन देने के लिए मानक तय करने का काम कृषि, बिजली और सिंचाई विभाग को तय करना है। इसके लिए तीनों विभागों के अफसर और मंत्री संयुक्त बैठक करेंगे। बैठक इसी सप्ताह हो सकती है। इसके बाद मानक फाइनल होंगेे। 15 जून से प्रदेश में धान रोपाई होनी है और किसानों को बिजली के लिए टयूबवेल कनेक्शन का इंतजार है। प्रदेश में करीब 15 लाख हेक्टेयर में धान रोपाई होती है। सरकार अबकी बार मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत दो लाख एकड़ में धान की बजाए दूसरी फसल उगाने का निर्णय ले चुकी है।

20 मीटर दायरे में 12 जिले हो जाएंगे बाहर
यदि सरकार प्रदेश में 20 मीटर भू-जल स्तर होने वाले जिलों में ट्यूबवेल के लिए बिजली कनेक्शन न देने का निर्णय लेती है तो इससे प्रदेश के 12 जिले योजना से बाहर हो जाएंगे। इनमें भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद, गुड़गांव, महेंद्रगढ़, पानीपत, सिरसा, रेवाड़ी शामिल होंगे। यदि 25 मीटर का पैमाना तय होता है तो आठ जिलों के किसानों को बिजली कनेक्शन नहीं मिलेंगे। इनमें भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, गुड़गांव, कुरुक्षेत्र, कैथल, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी शामिल होंगे। 30 मीटर का पैमाना तय किया जाता है तो चार जिलों कैथल, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी शामिल नहीं होंगे।