New Delhi/Alive News : जेल जाने के बाद भी रेपिस्ट बाबा राम रहीम के तेवर ढीले नहीं पड़े हैं. उसने जेल में अपनी गोद ली गई बेटी हनीप्रीत को साथ रखने की मांग की थी. हालांकि अधिकारियों ने उसकी मांग को ठुकरा दिया. उसे साथ रखे जाने के पीछे राम रहीम ने कमर दर्द का हवाला दिया था. उसका कहना था कि हनीप्रीत एक्यूप्रेशर की एक्सपर्ट है.
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के फौरन बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. उस समय भी हनीप्रीत उसके साथ थी. वह हेलिकॉप्टर में बैठकर उसके साथ रोहतक जेल गई थी. वहां करीब दो घंटे वह राम रहीम के साथ जेल के पास बने गेस्ट हाउस में भी रही थी. उस गेस्ट हाउस को अस्थाई जेल बनाया गया था.
जब राम रहीम को जेल में शिफ्ट किया गया तो उसने अधिकारियों से मांग करते हुए कहा था कि हनीप्रीत को उसके साथ जेल में रहने की इजाजत दी जाए. इसके पीछे उसने अपने कमर दर्द का हवाला देते हुए कहा था कि हनीप्रीत एक्यूप्रेशर की एक्सपर्ट है. इसलिए उसका साथ रहना जरूरी है.
राम रहीम ने अधिकारियों को ये कहा था कि वह बीमार रहता है. उसे माइग्रेन की बीमारी भी है. इस संबंध में राम रहीम ने सीबीआई कोर्ट में एक अर्जी भी दी थी. लेकिन अदालत ने उसे इनकार कर दिया था. कोर्ट ने इस संबंध में हरियाणा सरकार और जेल विभाग को निर्णय लेने के लिए कहा था.
हरियाणा के डीजीपी ने बीएस संधू ने बताया कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम जेल में अपने साथ दत्तक पुत्री हनीप्रीत को रखना चाहता था. कोर्ट के अनुसार इस बारे में फैसला हरियाणा या जेल प्रशासन करना था. संधू ने कहा कि जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने लड़की को साथ रखने के लिए साफ मना कर दिया.
कौन है हनीप्रीत
हमेशा गुरमीत राम रहीम के साथ दिखने वाली हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है. उसे वर्ष 2009 में राम रहीम ने हरियाणा के फतेहाबाद जिले में गोद लिया था. हनीप्रीत ही राम रहीम के सोशल अकाउंट संचालित करती है. यहां तक राम रहीम के ट्वीट और उनके जवाब भी वही देती है. राम रहीम के बाद डेरे में उसी का राज चलता है. वह राम रहीम को अपना गुरु बताती है और उसे पापा कहकर संबोधित करती है.