Faridabad/Alive News : धूमधाम से मनाया जाने वाला नवरात्री का त्यौहार 18 मार्च से शुरू होने वाला है| NIT स्थित नंबर एक की मार्किट का नजारा देखकर लगता है मानो, जी.एस.टी और नोटबंदी ने त्यौहारों पर ग्रहण लगा दिया है| क्योंकि इस साल नवरात्री की रौनक केबल बाजारो में दुकानों तक ही सिमित रह गयी है| वही मार्किट की रौनक बढ़ाने वाले ग्राहकों में त्यौहारों के प्रति उत्साह कम और न के बराबर हो गया है| एक तरफ नोटबंदी ने लोगो की जेब में पैसा नहीं छोड़ा है, वही कारोबारियों को नया स्टॉक लाने की बजाए पुराना स्टॉक निकालने पर मजबूर कर दिया है| कारोबारियों का जी.एस.टी लगने के बाद भी त्यौहारों पर स्टॉक मार्किट में लाना और उसके बाद ग्राहकों द्वारा जी.एस.टी के नाम पर लूट का आरोप लगाना आफत बन गया है|
क्या कहते है कारोबारी :
25 वर्षो से नंबर एक की मार्किट में माता की चुन्निओं का कारोबार करने वाले अरुण अरोड़ा का कहना है कि मार्किट में कोई रौनक नहीं दिखाई दे रही है| जी.एस.टी और नोटबंदी ने लोगो की जेब खाली कर दी है| जो महिलाएं 400-500 तक की चुन्निया खरीदती थी, अब वो केबल मात्र 100-150 की चुन्निया खरीद रही है| वही दुकानदार अजीत सिंह का कहना है कि मार्किट एक दम डाउन चल रही है कारण ये की नारियल जो की नवरात्री में सबसे महत्वपूर्ण सामग्री है उसका रेट भी 25 से बढ़कर 35 हो गया है| उनका कहना कि वह हर वर्ष 35 हजार तक स्टॉक लाते थे, पर मार्किट में रौनक देखते हुए इस साल केबल 20 हजार तक का स्टॉक लाये है| जी.एस.टी और नोटबंदी जैसी परशानी से जूझ रहे लाला जी का भी यही कहना है की जी.एस.टी ने केबल लोगो की जेब ही खाली नहीं की बल्कि लोगो का भरोसा भी भी ख़त्म कर दिया है| कारण ये है ग्राहक को कोई सामन दिखाया जाये तो वो यही बोलता है की जी.एस.टी के नाम पर लूट मचा रखी है|