November 16, 2024

स्लोगन लिख कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का किया अभिवादन

Faridabad/Alive News: लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में प्रेस संवाददाताओं, संपादकों और फोटोग्राफरों ने हमेशा घटनाओं के पीछे की सच्चाई के लिए अपनी प्रतिष्ठा और जीवन को जोखिम में डाला है। इस तरह के कार्यों के लिए स्वतंत्रता की एक डिग्री की आवश्यकता होती है जो लोकतांत्रिक देशों के गठन और मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की गारंटी है। प्रत्येक वर्ष 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस इसी उद्देश्य के लिए मनाया जाता है।

प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड और गाइड्स ने राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद में ऑनलाइन प्रेस दिवस मनाया गया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में घोषित किया था। यह घोषणा 1991 में यूनेस्को के छब्बीसवें आम सम्मेलन सत्र में की गई एक सिफारिश के बाद हुई। यह घोषणा भी 1991 विंडहोक घोषणा के परिणामस्वरूप हुई जब अफ्रीकी पत्रकारों द्वारा प्रेस की स्वतंत्रता के बारे में जिसे यूनेस्को द्वारा आयोजित एक सेमिनार में प्रस्तुत किया गया था 3 मई को संपन्न हुआ।

पत्रकारिता की नैतिकता पर चर्चा करने और सत्य की खोज में अपनी जान देने वाले पत्रकारो के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए अपनी स्वतंत्रता के खिलाफ हमलों का सामना करने के लिए प्रेस की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह दिन मनाया जाता है। जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि विश्व प्रेस दिवस 2021 की थीम – एक सार्वजनिक सूचना के रूप में सूचना है अर्थात यूनिस्को ने वर्ष 2021 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की थीम लोगों के अच्छे के लिए सूचना उद्घोषित की है। यह विशेष रूप से प्रेस के लिए महत्वपूर्ण है।

जो वैश्विक स्तर पर जानकारी के साथ पत्रकारों को सशक्त बनाने के लिए विश्व नागरिकता का प्रभावी ढंग से उपयोग और प्रसार करने के लिए प्रदान करता है। आज विद्यालय की बालिकाओं नेहा, हर्षिता, निशा, स्नेहा, अंकिता, जिया, अंजुम, प्रिया, खुशी, आरती और भूमिका ने प्राध्यापिका जसनीत कौर और प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा के मार्गदर्शन में प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक प्रैस में कार्यरत सभी मीडियाकर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन के सम्मान में वर्चुअल सलोगन लिखे और उन्हें वर्तमान और भविष्य में निर्भीकता से अपने कार्य पर डटे रहने के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की।