November 23, 2024

सरकार और प्रशासन की नाकामी : एक हॉस्पिटल ने किया ट्वीट तो दूसरे ने तीमारदार के सामने किए हाथ खड़े

Faridabad/Alive News: जिले में हालात इतने खराब हो गए है कि कुछ अस्पताल ट्वीट कर प्रशासन और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है तो कुछ अस्पतालों ने साधनों की कमी और अव्यवस्था के कारण मरीजों के परिजनों के सामने अपने हाथ खड़े कर दिए है। आलम यह है कि परिजन मरीजों को लेकर दर दर भटक रहे है।

दरअसल, एक तरफ जिला उपायुक्त और मुख्यमंत्री जिले में ऑक्सीजन और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़े बड़े दावे कर रहे है तो वहीं दूसरी तरफ अस्पताल ट्वीट कर ऑक्सीजन सप्लाई की गुहार लगा रहे है। ऑक्सीजन की कमी नागरिक अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों में बरकरार है।

रविवार को बीके अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे कई मरीजों को इस दर्द से गुजरना पड़ा। अधिकतर मरीजों को बिना इलाज के ही वापस लौटा दिया गया तो कई रेफर कर दिए गए। भर्ती मरीजों को इमरजेंसी में इलाज के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर पहुंचना पड़ा। जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं न होने से पीड़ितों के साथ साथ परिजनों की भी सांसे धीमी गति से चल रही है।

मेट्रो अस्पताल ने ट्वीट कर मांगी मदद
मेट्रो अस्पताल प्रबंधन ऑक्सीजन की कमी को लेकर परेशान है। अस्पताल ने आज ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी उपायुक्त, मुख्यमंत्री और सीपी को देते हुए कहा कि अस्पताल में केवल दो से तीन घंटे की ऑक्सीजन उपलब्ध है और 200 से अधिक मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। यदि ऑक्सीजन समाप्त होता है, तो मरीजों की पहचान करना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए हॉस्पिटल में जल्दी ऑक्सीजन मुहैया कराई जाए जिससे मरीजों को असुविधा न हो ।

मानवता अस्पताल ने खड़े किए हाथ
प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैए से परेशान होकर मोहना रोड स्थित मानवता अस्पताल में भी मरीजों के परिजनों के सामने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। अस्पताल ने अपने परिसर में एक नोटिस लगाया है। इसमें लिखा है कि “अस्पताल में 2 घंटे में ऑक्सीजन खत्म हो जाएगी और प्रशासन कोई मदद नहीं कर रहा है। आप अपने मरीजों को कहीं और ले जाएंं।”

मेडीचेक ने भी लगाई गुहार
एनआईटी एक स्थित मेडिचेक हॉस्पिटल में भी ऑक्सीजन की किल्लत देखने को मिल रही है। अस्पताल के मालिक डॉ सुमित ने बताया कि हॉस्पिटल में कुछ ही घंटों के लिए ऑक्सीजन बची है, सप्लायर भी ऑक्सीजन सप्लाई नहीं कर पा रहा है। मरीजों के लिए जान का खतरा बना हुआ है प्रशासन जल्द से जल्द ऑक्सीजन व्यवस्था करें जिससे व्यवस्था को सुचारु रुप से कायम किया जा सके।

अस्पतालों की यह स्थिति प्रशासन और सरकार के दावों की पोल खोल रही है साथ ही उनपर सवाल खड़े कर रही है कि इतने इंतजामात के पश्चात भी ऑक्सीजनिटल्स को ऑक्सीजन सप्लाई क्यों नहीं हो पा रही है। हालाँकि, अब यह देखना है कि सरकार और ढीले प्रशासन कब तक हॉस्पिटल्स ऑक्सीजन मुहैया कराता है।