Faridabad/Alive News: मलेरिया की पूर्ण रोकथाम के साथ एनीमिया मुक्त अभियान की सफलता के लिए अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. आनंद शर्मा ने आम जनमानस से पूर्ण सहयोग की अपील की। साथ ही उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को भी निर्देश दिए कि वे मलेरिया नियंत्रण व एनीमिया मुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग को जरूरी सहयोग देते हुए अपने स्तर पर हर संभव कदम उठायें।
मलेरिया की रोकथाम के लिए गठित डिस्ट्रिक्ट लेवल मलेरिया वर्किंग कमेटी तथा एनीमिया मुक्ति के लिए बनाई गई डिस्ट्रिक्ट टास्क फोर्स की बैठक लघु सचिवालय में बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त डा. आनंद शर्मा कर रहे थे। उन्होंने विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि मानसून सीजन की शुरुआत से पहले ही मलेरिया नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास पूरे करें। विशेष रूप से जलभराव की स्थिति को नियंत्रित करना होगा। स्थाई वाटर बॉडीज में गंबूजिया मछली पालन को बढ़ावा दें, ताकि मच्छरों की पैदावार को रोका जा सके। अस्थाई तौर पर एकत्रित होने वाले पानी में दवाई डाली जाए। साथ ही लंबे समय तक पानी का जमावड़ा नहीं होना चाहिए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने नगर निगम के कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित तौर पर फॉगिंग करें। फॉगिंग मशीनों को दुरुस्त रखें। नियमों व निर्देशों की अवहेलना कर जल का जमावड़ा करने वालों के चालान करें। लोगों को जागरूक किया जाए कि वे मच्छरों को पैदा होने से रोकने में मदद करें। विशेष रूप से बच्चों को शिक्षित करें ताकि वे अपने अभिभावकों तक जागरूकता संदेश पहुंचायें। मलेरिया नियंत्रण के लिए सभी विभाग नोडल अधिकारी नियुक्त करें, जो स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डा. प्रवीण अरोड़ा के संपर्क में रहकर हर जरूरी कदम उठायें।
एनीमिया मुक्त अभियान की सफलता का संकल्प लेते हुए अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. आनंद शर्मा ने कहा कि इस बार 100 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसकी शुरुआत 13 जून को होगी। अभियान के तहत विभिन्न आयु वर्ग के 621989 लोगों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिनकी एनीमिया जांच की जाएगी। जांच के दौरान आवश्यकता होने पर आवश्यक परामर्श के साथ दवाई भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान में विशेष रूप से महिला एवं बाल विकास तथा शिक्षा विभाग को विशेष भूमिका अदा करनी होगी। सभी बच्चों की एनीमिया जांच करवाई जाए। स्कूल-कॉलेजों में विशेष कैंप लगाकर एनीमिया की जांच की जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि एनिमिया एक गंभीर रोग है, जिससे बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें फरीदाबाद को एनीमिया मुक्त बनाना है, जिसके लिए एकजुट प्रयास करने होंगे। इस दौरान उन्होंने अन्य जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में एसडीएम त्रिलोकचंद, सिविल सर्जन डॉ. विनय गुप्ता, डा. रचना सहित अन्य संबंधित चिकित्सक व अधिकारीगण मौजूद थे।