May 18, 2024

फरीदाबाद पलवल के नागरिकों के हित में गदपुरी टोल बंद हो : सेव फरीदाबाद

Faridabad/Alive News : लगातार शहर के मुद्दों को मज़बूती से उठा रही फरीदाबाद की प्रमुख समाज सेवी संस्था ‘सेव फरीदाबाद’ के संयोजक पारस भारद्वाज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए सरकार से गदपुरी टोल प्लाजा बंद करने की मांग की है।

पारस का कहना है कि यह टोल प्लाजा फरीदाबाद और पलवल के लोगों पर ज़बरदस्ती थोपा जा रहा ‘जज़िया’ टैक्स है। पहले फरीदाबाद और पलवल एक ही जिला था और लोगों के घर, व्यवसाय, रिश्तेदारियां सब आपस में मिली जुली है। इस वजह से दोनों जिलों के लोगों का रोजाना आना जाना रहता है। हर बार आवागमन पर शुल्क अदा करना सरासर फरीदाबाद-पलवल के लोगों के प्रति क्रूरता है।

सेव फरीदाबाद ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के शुल्क नियम 2008 का हवाला देते हुए कहा कि बदरपुर टोल और गदपुरी टोल के बीच की दूरी केवल 37 कि मी है जो कि नियम के हिसाब से न्यूनतम 60 कि मी होनी चाहिए।

नए टोल को फरीदाबाद में जारी संगठित लूट का नमूना बताते हुए पारस ने कहा कि जब हम गाड़ी खरीदते हैं तो रोड टैक्स जमा करते हैं , जब भी गाडी में ईंधन डलता है तो ‘रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सेस’ के नाम पर प्रति लीटर 15-20 रूपए वसूले जाते हैं। इस सब के बावजूद जगह जगह नए टोल स्थापित कर के सरकार आम जनता की जेब पर डाका डालने से बाज नहीं आ रही है। फरीदाबाद-पलवल में अब तक 9 टोल बनाये जा चुके हैं जो संभवतः भारत के किसी भी जिलों से ज़्यादा हैं। फरीदाबाद शहर का कोई भी नागरिक बिना शुल्क दिए शहर से बाहर नहीं जा सकता। फरीदाबाद का हर नागरिक अब अपने ही शहर में ‘टोल बंद ‘ है।

‘सेव फरीदाबाद’ के माध्यम से पारस ने चेतावनी दी है कि फरीदाबाद की जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए या तो इस टोल को समाप्त किया जाए या फिर फरीदाबाद , पलवल की पंजीकृत गाड़ियों को नि:शुल्क आवागमन करने की अनुमति मिले। यदि ऐसा नहीं होता है तो सेव फरीदाबाद संस्था शहर के जनहित की इस मांग को लेकर सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक के सभी विकल्पों पर विचार करेगी।

सेव फरीदाबाद इससे पहले बिजली विभाग की अग्रिम जमा राशि (ACD), सनफ्लैग में सरकारी हस्पताल खोलने के लिए, टूटी सड़कों, शहर की बिगड़ती सुरक्षा व्यवस्था व बाई पास ग्रीन बेल्ट के काटे जाने के विरोध में मज़बूती से अपना विरोध दर्ज करा कर शहर की जनता को राहत दिलवा चुकी है।