Faridabad/Alive News: फाइनेंशियल कंपनी में गिरवी रखे लाखों के आभूषणों की हेराफेरी का मामला सामने आया है। ग्राहकों द्वारा निरीक्षण करने पर पाया गया कि पैकेट में रखे गहने उनके नहीं हैं। असली आभूषणों के स्थान पर नकली आभूषण रख दिए गए है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड एक नॉन बैंकिंग वित्त कंपनी है, जो भारतीय रिजर्व बैंक के साथ पंजीकृत है। कंपनी मुख्य रूप से आभूषणों को गिरवी रखकर ऋण भी दे रही है और जनता को विभिन्न वित्तीय सेवाएं प्रदान कर रही है। एनआईटी एक-दो चौक स्थित फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड शाखा से लोगों ने सोना गिरवी रखकर ऋण लिया है।
शाखा के एरिया मैनेजर ने 15 जनवरी को पुलिस को शिकायत देते हुए में बताया कि 7 जनवरी को सुमन नाम की एक ग्राहक ने शाखा का दौरा कर स्ट्रांग रूम में रखे सीलबंद पैकेट में बंद आभूषण की जांच की। जांच में पाया कि पैकेट में रखे गहने उनके नहीं हैं। शाखा प्रभारी गोपाल दत्त ने इसकी जानकारी क्षेत्र प्रबंधक को दी। इसी तरह 8 जनवरी को भी दूसरे ग्राहक निरंजन राय ने भी स्ट्रांग रूम में रखे गहनों के सीलबंद पैकेट को चेक किया तो पाया वह उनके नहीं हैं।
प्रारंभिक जांच में पाया गया कि 9 पैकेट के अंदर रखे सोने के गहने नकली हैं। आरबीएच को शिकायत करने के बाद कंपनी के लेखा परीक्षकों द्वारा जांच की गई, तो पता चला कि छेड़छाड़ कर 33 पैकेटों में से लगभग 362.36 ग्राम वजन के सोने के आभूषण बदलकर नकली आभूषण रख दिए गए हैं। बदले गए आभूषणों की कीमत करीब 17 लाख रुपये है। जांच अधिकारी ने बताया कि शिकायत मिलने पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।