Faridabad/Alive News : उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री के सुपोषित भारत (कुपोषण मुक्त भारत) के दृष्टिकोण को सामने रखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से 1 से 30 सितंबर तक चैथा राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाएगा। इस अभियान के तहत सामुदायिक भागीदारी पर विशेष फोकस रखा जाएगा ताकि हर नागरिक पौष्टिक आहार के महत्व को समझे।
उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह 2021 के तहत चार अलग-अलग थीम रहेंगी। उन्होंने बताया कि आहार में विविधता और पौष्टिकता को बढाने के लिए बाजरा, दालें, बारहमासी, और मौसमी स्थानीय सब्जियों, फलों आदि के उपयोग करने के बारे में नागरिकों को जागरुक किया जाएगा। इन गतिविधियों को उत्साहपूर्वक आयोजित करने और राष्ट्रीय पोषण में बडी सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए महिला एवं बाल विकास के साथ-साथ अन्य विभाग भी इस कार्यक्रम के सहयोगी रहेंगे।
इस अभियान में बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भोजन के सही तरीके से पकाने व खाने के बारे में जानकारी दी जाएगी तथा कोविड -19 के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए इन गतिविधियों को चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रथम सप्ताह में आंगनवाडी केंद्रों, विद्यालयों, पंचायतों एवं अन्य सार्वजनिक भूमि आदि में उपलब्ध स्थानों पर पोषण वाटिका के रुप में पौधारोपण किया जाएगा। दूसरे सप्ताह में गर्भवती महिलाओं, बच्चों और किशोरियों जैसे विभिन्न समूहों के लिए आयुष और योग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि तीसरे सप्ताह में आइईसी सामग्री के साथ आंगनवाडी लाभार्थियों को पोषण किट वितरित की जाएंगी। इसी प्रकार चैथा सप्ताह में एसएएम की पहचान और उनके लिए पोष्टिक भोजन के वितरण के लिए अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि चैथे सप्ताह के दौरान एसएम बच्चों की पहचान करने से पहले आंगनवाडी कार्यकर्ता, आशा और एएनएम द्वारा बच्चों (पांच वर्ष तक की आयु तक) के लिए लंबाई/उंचाई और वजन मापन अभियान के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाएगा।