Chandigarh/Alive News: हरियाणा के सरकारी कॉलेजों में कार्यरत करीब चार हजार नियमित शिक्षकों ने उच्च शिक्षा निदेशालय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कॉलेज शिक्षक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नोटिफिकेशन में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने, लंबित पे स्केल व लंबित पे फिक्सेशन समेत करीब एक दर्जन मांगों को पूरा करने के लिए लंबे समय से प्रयासरत हैं, लेकिन उच्च शिक्षा निदेशालय सुनवाई नहीं कर रहा। तत्कालीन शिक्षा मंत्री कवर पाल गुर्जर से भी इन शिक्षकों के तीन मुलाकात हो चुकी है, लेकिन उन्होंने भी समस्याओं का समाधान नहीं किया।
हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ ने उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजेंद्र कुमार और महानिदेशक को पत्र भेजकर आंदोलन का ऐलान किया है। आंदोलन के तहत 27 जनवरी को राज्य के समस्त महाविद्यालयों के के शिक्षक उच्च शिक्षा निदेशक के पास पोस्ट कार्ड लेकर अपनी समस्याओं से अवगत कराएंगे। 28 जनवरी को काले कपड़े पहन कर काम होगा। इसी दिन इंटरनेट मीडिया पर शिक्षक अपनी मांगों को लेकर व्यापक अभियान चलाएंगे।
30 जनवरी को एडिट समय में क्रमिक धरने दिए जाएंगे तथा मांग पत्र वर्णों की फोटो उच्च शिक्षा निदेशालय को ईमेल के जरिए भेजी जाएगी। राजकीय महाविद्यालय संघ के अध्यक्ष डॉ अमित चौधरी ने बताया कि कई सालों से पे स्केल और पे फिक्सेशन लंबित पड़े हैं। पे प्रोटेक्शन तथा एलडीसी और मेडिकल प्रतिपूर्ति नहीं की जा रही है। एक तरफ ओटीपी होल्ड कर दिया है और दूसरी तरफ ग्रामीण सेवाओं के नाम पर अगले स्केल रोके जा रहे हैं। यूजीसी रेगुलेशन 2018 की विसंगतियों कब तक दूर नहीं किया गया है।