November 13, 2024

फरीदाबाद के कम छात्र संख्या वाले चार सरकारी स्कूल किए मर्ज

Faridabad/Alive News : शिक्षा विभाग ने राज्य के 11 जिलों में 10 से कम छात्र संख्या वाले 41 सरकारी प्राइमरी व 5 मिडिल स्कूलों को बंद कर दिया है। इसके अलावा 25 से कम संख्या वाले 175 प्राइमरी और 51 मिडिल स्कूलों को सरकारी स्कूलों में मर्ज करके एक ही अध्यापक को पढ़ाई कराने के आदेश जारी किए है। स्कूल के अन्य अध्यापकों को नजदीक के स्कूलों में रिक्त स्थानों पर नियुक्त किया जाएगा।

हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने कहा है अगर सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या नहीं बढ़ी तो आगे और भी स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा। मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट ओपी शर्मा और प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार खुद ही नहीं चाहती है कि स्कूलों में छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हो। शिक्षा मंत्री ने कई बार आदेश जारी किए हैं कि सरकारी स्कूलों में बिना एसएलसी टीसी के ही छात्रों का दाखिला होगा, लेकिन अगले ही दिन प्राइवेट स्कूल संचालकों के दबाव में उन्होंने यू-टर्न लेते हुए अपने आदेशों को वापस ले लिया।

मंच के जिला सचिव डॉ. मनोज शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए जितनी भी कार्य योजना बनाता है वह सब कागजी ही होते हैं। धरातल पर कोई ठोस काम नहीं होता है। स्थानीय शिक्षा विभाग के अधिकारी भी फील्ड में उतर कर कोई भी ठोस कार्य नहीं करते है और शिक्षा विभाग पंचकूला जो भी आदेश जारी करता है, उन्हें वे अपने अधीन ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के पास भेज देते है। जो आगे स्कूलों को भेज देते हैं। लेकिन उन पर स्कूल अमल कर रहे है या नहीं इसे देखने वाला कोई नहीं है।

मंच ने कहा कि प्रिंसिपल व हेड मास्टर भी छात्रों की संख्या बढ़ाने में उदासीन रुख अपना रहे हैं। कई बार देखा गया है कि जब भी कोई अभिभावक खासकर झुग्गी झोपड़ी व कॉलोनी में रहने वाला अपने बच्चों का दाखिला कराने के लिए सरकारी स्कूल में जाते है तो उसके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है और तरह-तरह के कागज लाने के लिए परेशान किया जाता है। सरकारी स्कूल में दाखिला न होने पर अभिभावक मजबूरी बस प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाते है और उनकी महंगी फीस को सहन करते है। मंच ने सभी प्रिंसिपल, हेडमास्टर व सभी अध्यापक संगठनों से अपील की है कि वे आगे आकर के सरकारी शिक्षा को बचाएं। स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ाएं जिससे आगे से कोई और स्कूल बंद ना हो। इस कार्य में मंच उनकी पूरी मदद करेगा।