Delhi/Alive News: रेलवे स्टेशन पर 18517 कोरबा-विशाखापत्तनम एक्सप्रेस में आग लग गई , जिससे ट्रेन का एक खाली डिब्बा क्षतिग्रस्त हो गया। कोई हताहत नहीं हुआ।
ट्रेन 4 अगस्त को सुबह साढ़े 6 बजे स्टेशन पर पहुंची और कोचों को प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर खड़ा किया गया। सूत्रों के अनुसार, “सुबह करीब 10 बजे बी-7 कोच में आग लग गई और इसे किसी ने देखा, जिसने रेलवे कर्मियों को सूचित किया।”
सूत्रों ने बताया, “आग भड़कने के कारण बी-7 कोच से घना धुआं निकलने लगा। बताया जाता है कि आग बी-6 और एम-1 कोच तक फैल गई। प्रभावित कोचों को ट्रेन से अलग करके ले जाया गया।”
आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग के कर्मचारी जुटे। रेलवे अधिकारी, राजकीय रेलवे पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और थर्ड एसी (बी-7) कोच की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। दमकल की गाड़ियां और पुलिस अधिकारी तथा सिटी पुलिस के कर्मचारी भी स्टेशन पर पहुंचे।
“ट्रेन सुबह 6.30 बजे पहुंची और बाद में कोच रखरखाव डिपो ले जाने के लिए प्लेटफार्म नंबर 4 पर खड़ी कर दी गई। स्टेशन पर गश्त ड्यूटी पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के एक जवान ने B-7 कोच से धुआं निकलता देखा और फायर ब्रिगेड और स्टेशन स्टाफ को सूचित किया। सुबह 11बजकर 10 मिनट आग बुझा दी गई और प्रभावित रेक को प्रक्रियाओं के अनुसार खाली करा लिया गया। आग कोच के अंतिम हिस्से में लगी थी। आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया जाएगा, “डिवीजनल रेलवे मैनेजर (DRM) सौरभ प्रसाद ने द हिंदू को बताया ।
डीआरएम ने कहा, “विशाखापत्तनम स्टेशन पर सुबह 5 बजे से 9.20 बजे के बीच ट्रेनों का जमावड़ा होने के कारण रेक को प्लेटफॉर्म पर ही रोक दिया गया था और कोच रखरखाव डिपो में ले जाए गए कोचों को भी रोक दिया जाएगा। खाली रेक को भीड़भाड़ वाले समय के बाद डिपो में ले जाने के लिए रखा गया था। केवल एक कोच में आग लगी है और अन्य कोच प्रभावित नहीं हुए हैं।”
इसी रेक का उपयोग विशाखापत्तनम-कडप्पा तिरुमाला एक्सप्रेस को चलाने के लिए किया जाएगा, जो विशाखापत्तनम जंक्शन से दोपहर 2 बजे रवाना होती है। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि तिरुमाला एक्सप्रेस प्रभावित नहीं होगी, क्योंकि क्षतिग्रस्त कोच को दूसरे कोच से बदल दिया जाएगा।
वाल्टेयर डिवीजन के आरएम सौरभ प्रसाद ने बताया कि खाली रेक को कोचिंग डिपो में रखरखाव के लिए भेजा जाना था। प्रसाद ने बताया, सुबह 9:20 बजे आरपीएफ स्टाफ ने कोच से धुआं निकलता देखा और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सुबह 11:10 बजे तक आग बुझा दी गई। प्रोटोकॉल के अनुसार बगल के दो कोचों को खाली करा लिया गया और बाकी को कोचिंग डिपो में ले जाया गया। एएनआई से बात करते हुए प्रसाद ने कहा, “खाली रेक को रखरखाव के लिए कोचिंग डिपो जाना था। इसे यहां प्लेटफॉर्म पर रखा गया था और सुबह 9:20 बजे प्लेटफॉर्म पर गश्त कर रहे आरपीएफ स्टाफ ने थोड़ा धुआं देखा। उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड और स्टेशन पर मौजूद स्टाफ को सूचना दी। वे भी आग बुझाने के लिए अतिरिक्त बल के रूप में आए। सुबह 11:10 बजे आग बुझाई गई। प्रोटोकॉल के अनुसार बगल के दो कोचों को छोड़कर बाकी रेक को तुरंत कोचिंग डिपो में ले जाया गया।”
उन्होंने यह भी बताया कि एपी अग्निशमन विभाग से मंजूरी मिलने के बाद, बगल के डिब्बों को खाली करा लिया गया और आगे की जांच के लिए कोचिंग डिपो ले जाया गया। उन्होंने कहा, “हम इस बात की विस्तृत जांच करेंगे कि बी7 कोच से आग किस वजह से लगी।”