Faridabad/Alive News : जल्द ही नगर-निगम के चुनाव होने वाले है, ऐसे में मैं वार्ड-10 से पार्षद का उम्मीदवार हूं और मेरे सामने मौजूदा पार्षद को अपनी हार साफ दिखाई दे रही है। जिसके चलते मुझे फंसाया जा रहा है। यह बात वार्ड-10 के उम्मीदवार पंकज शर्मा ने अपने डबुआ कॉलोनी स्थित वार्ड कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में कही।
उल्लेखनीय है कि भूतपूर्व मंत्री पंडित शिवचरण लाल शर्मा जब 2014 में चुनाव लड़ रहे थे। तब पंकज शर्मा, उनके भाई देशराज शर्मा उनका समर्थन कर रहे थे। जिसके चलते उन्हें धमकी दी गई कि चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल से उम्मीदवार नगेंद्र भड़ाना का साथ दे, नहीं तो तुम्हें जान से मरवा देंगे। लेकिन उन्होंने जब साथ देने से इनकार किया तो पंकज शर्मा को गोली मरवायी गई। जिसके बाद इस केस में पूर्व विधायक नगेन्द्र भड़ाना के चाचा महेश मणि व अन्य तीन को 10 वर्ष की सजा हुई।
इसी कड़ी में 6 दिसंबर को हमारे मकान मेंं एक किराएदार की लड़की घर से चली गई। पुलिस कार्रवाई में पता चला कि वह लड़की एक संदीप नामक लड़के के साथ गई थी। अब वह लड़की वापिस आ गई और उसने पुलिस थाने व कोर्ट में बयान दर्ज करवाएं। उसके बाद जैसे ही पूर्व विधायक नगेंद्र भड़ाना को पता चला कि वह किराएदार उनके किसी मकान में रहते थे और संदीप पहले उनके यहां नौकरी करता था। यह केस उनसे जोड़कर उनके खिलाफ षड्यंत्र के तहत झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया। यह सारा षड्यंत्र उनके आर्म लाइसेंस को रद्द करवाने के लिए किया जा रहा है ताकि यह लोग उन्हें आसानी से मरवा सकें।
इस मौके पर मौजूद विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि एक भाई तो चुनाव हार चुका है, वहीं दूसरे भाई को पार्षद के चुनाव में हार साफ दिखाई दे रही है। जिसके चलते वह फिर से पंकज शर्मा को फंसा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव विकास कार्यों के दम जीते जाते हैं, न कि किसी को मरवा कर या झूठे केस में फंसा कर। उन्होंने मांग की है कि पुलिस निष्पक्ष रूप से जांच करें जो भी दोषी हो उसे सजा दें। इस अवसर पर विधायक के बड़े भाई एवं टीम पंडि़त के वरिष्ठ सदस्य मुनेश पंडित, देशराज शर्मा, पंकज मुदगिल, सुरेंद्र ठाकुर, छितर सिंह, ओम प्रकाश रावत, रामकृष्ण यादव व अन्य मौजूद रहे।