November 24, 2024

विदेशी कलाकारों ने राम राम कहकर ली विदाई, सूरजकुंड मेले के समापन पर दिखा आपसी प्रेम व भाईचारा

Faridabad/Alive News: 3 फरवरी से चल रहे 36 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला रविवार को समापन हो गया। विशेषकर संघाई सहयोग संगठन के देशों और पार्टनर स्टेट नार्थ ईस्ट राज्यों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकार व शिल्पकार विदाई के समय शिष्टाचार के नाते एक दूसरे की संस्कृति में रंगे नजर आए।

गत तीन फरवरी को भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस मेले का भव्य रूप से शुभारंभ किया था। मेला में इस बार एसएसओ देशों के अलावा जी-20 डेलीगेशन ने भी मेले का अवलोकन किया, जहां मेला प्राधिकरण द्वारा हरियाणवी संस्कृति का प्रतीक पगडिय़ां पहनाकर मेहमानों का अतिथि सत्कार किया गया। रविवार को मेला समाप्ति पर एक दूसरे से विदा होते समय मिश्रित संस्कृति के इस मेलजोल का रंग चढ़ा हुआ दिखाई दिया।

हरियाणा की पुरानी परंपरा रही है कि जब भी हम एक दूसरे से मिलते हैं या विदाई लेते हैं तो राम-राम बोलते हैं। गुड बाय के इस दौर में राम-राम का इतना बोलबाला होगा यह देखकर हर कोई चकित था। इस मेले में जब स्थानीय लोगों ने विश्व भाषा का दर्जा लिए अंग्रेजी में विदेशियों को गुड बाय कहा तो लगभग सभी की ओर से राम-राम ही सुनाई दिया। सूरजकुंड के एतिहासिक परिसर में चला 36 वां अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला में देश और विदेशी जन की भागीदारी से सरकार की पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देने की मुहिम को बल मिला।

विश्व की सभी संस्कृतियों के साथ रहने के बाद गर्म बोल और नरम दिल वाले हरियाणवी भी अपनी ट्यून को सॉफ्ट रखने की कोशिश करता नजर आया। हालांकि मेला अथॉरिटी ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिए ढाई हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया था। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कौशल विकास के जरिए लोगों को स्वरोजगार से जोडऩे का सपना साकार होता दिखाई दिया।

मेला में हैल्थ वेलनेस सेंटर की सेवाएं रही कारगर
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेला परिसर में एंबुलेंस सहित मेडिकल टीम तैनात की गई थी। मेला स्थल पर बनाए हेल्थ सेंटर पर फस्र्ट एड आदि सभी व्यवस्थाएं की गई थी। जब भी किसी पर्यटक को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी होती तो तुरंत उसे स्वास्थ्य सुविधा मुहैया उपलब्ध करवाई गई। सीएमओ खुद इस कार्य की निगरानी कर रहे थे।

तीन फरवरी से शुरू हुए सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला में रोहतक सिथत होटल प्रबंधन संस्थान के विद्यार्थियों ने भी अपनी सेवाएं दी, जिससे देश विदेशों से आये मेहमान उनकी बेहतरीन सेवाएं देखकर बेहद खुश नजर आए। संस्थान से जुड़े प्रवक्ता विकास देशवाल ने बताया कि उनका संस्थान विद्यार्थियों को अच्छा प्रशिक्षण देकर कुशल होटल प्रबंधक तैयार कर रहा है। उन्होंने बताया एजीएम राजपाल के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने अपनी सराहनीय सेवाएं दी हैं।

जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग की सक्रिय भागीदारी की बदौलत अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प कला मेला सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एम.डी. सिन्हा, डीसी विक्रम सिंह, पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा, निगम के प्रबंध निदेशक डा. नीरज कुमार निरन्तर मेला स्थल पर तैनात रहे और व्यवस्था ओ का जायजा लेते रहे। डीसी विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में जिला के सभी विभागों ने अच्छे तालमेल के साथ कार्य किया तथा इसे अंजाम तक पहुंचाया।