Palwal/Alive News: उपायुक्त कृष्ण कुमार ने बताया कि दिवाली के त्यौहार के समय पर सभी मिलावट खोर सक्रिय हो जाते है। त्यौहारों के मौसम को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी कई जगह छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि ऐसे में अगर आपको किसी मिठाई वाले की मिठाई पर शक हो या पता हो कि उसकी मिठाई मिलावटी है तो उसकी शिकायत सिविल सर्जन कार्यालय में शिकायत कर सकते हैं।
सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि अक्तूबर माह के साथ ही त्यौहारों का मौसम शुरू हो चुका है। दिवाली के समय यह अपने पीक पर होता है। ऐसे में मावे और खोया में मिलावट की बहुत शिकायतें मिलती हैं। दिवाली के मौके पर जोरो-शोरों से गिफ्ट के तौर पर मिठाई दी जाती हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम त्यौहार शुरू होते ही छापेमारी की कार्यवाही शुरु कर देती है।
सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि मिठाई ज्यादा चमकदार दिखे तो नागरिक उसे न खरीदें। मिठाई पर लगी परत को हाथ से मसले चांदी की होती है तो धूल जाएगी, एलुमिनियम की होने पर उसकी गोली बन जाएगी। ज्यादा चटक व गहरे रंग दिखे तो मिलावट का खतरा ज्यादा होता है।
खोए से बनी मिठाई या पनीर पर आयोडीन की 5-7 बूंदें डालें, अगर उनका रंग नीला हो जाए तो समझ जाएं उस मिठाई में मिलावट है। सिविल सर्जन ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि त्यौहार के मौसम में खुशियों को और बढ़ाएं, पर भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचे व कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें।