Palwal/Alive News : अतिरिक्त मुख्य सचिव, नागरिक उड्डयन विभाग सुधीर राजपाल ने कहा कि सरकार ने किसानों के हित के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं, इसलिए संबंधित विभागों की ओर से उन्हें इन योजनाओं का लाभ दिया जाए, ताकि किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए जिला में अधिक से अधिक किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाए जाएं। फूल की खेती के लिए जिला में स्टार्ट अप तैयार करें, जिसमें नई-नई किस्म के फूल की खेती हो और किसानों की आय बढ़े।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बुधवार को एफपीओ से जुड़े प्रगतिशील किसानों व संबंधित विभागों के अधिकारियों से सीधा संवाद कर किसानों के हित से जुड़ी सरकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एफपीओ ही एक ऐसा माध्यम है कि जिसमें किसान एक समूह के रूप में एकत्रित होकर आधुनिक तकनीक से खेती कर अपना उत्पादन व आमदनी बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे रबी सीजन में करीब 500 एकड़ भूमि में पीली सरसों की खेती के लिए किसानों को प्रेरित करें, क्योंकि पीली सरसों की मांग मार्केट मे काफी अधिक है।
इसी प्रकार जिला में एफपीओ के माध्यम से टमाटर प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाएं तथा किसानों की विभिन्न क्षेत्रों में विजिट करवाई जाएं। उप निदेशक कृषि डा. महाबीर सिंह ने बताया कि मेरी फसल-मेरी विरासत योजना के तहत अब तक एक हजार 172 एकड़ में किसानों ने धान की जगह दूसरी फसलें जैसे चारा, मंूग आदि की खेती की है और यह प्रक्रिया अभी निरंतर जारी है। इस योजना में प्रगति में पलवल प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि इस जिला में किसानों को लेमन ग्रास की खेती के लिए भी प्रेरित करें, क्योंकि इससे भी किसानों की आमदनी बढ़ सकती है।
एसीएस ने कहा कि एफपीओ को फसल उत्पादन के अच्छे दाम लेेने के लिए कोल्ड स्टोर की ओर भी बढऩा चाहिए, ताकि उनके उत्पाद खराब न हों और उन्हें लंबे समय तक स्टोर किया जा सके। इसी प्रकार किसानों को जे-फार्म भी साथ ही साथ दिए जाए, ताकि भाव कम रहने पर उन्हें फसलों के दाम भी भावांतर योजना के तहत दिलाए जा सकें। उन्होंने एफपीओ की ओर से सॉयल टैस्टिंग लेबोरेट्री बनाने व सॉयल हेल्थ कार्ड जारी करने बारे व संबंधित विभाग की ओर से इसकी अनुमति देने के भी निर्देश दिए।
उपायुक्त नरेश नरवाल ने इससे पहले गत मास हुई बैठक में रखे गए बिंदुओं व उनकी प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों से संबंधित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा समय-समय पर की जाती है। इसके अलावा जिला प्रशासन के सीनियर अधिकारियों को भी विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं। इस अवसर पर जिला नगर आयुक्त मोनिका गुप्ता, अतिरिक्त उपायुक्त सतेंद्र दूहन, एसडीएम पलवल वैशाली सिंह, सीईओ जिला परिषद अमित कुमार, एचएसवीपी के संपदा अधिकारी जितेंद्र कुमार, नगराधीश अंकिता अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।