Haryana/Alive News:हरियाणा में किसानो की इस बार बल्ले बल्ले होने वाली है । जिसमें केंद्रीय स्तर पर नीति आयोग ने अब प्रोम पर रियायती भुगतान की सलाह दी है। क्योंकि इसकी कीमत डीएपी से तीन गुना कम है। अगर केंद्र सरकार ने नामांकन दाखिल किया है तो इससे किसानों को काफी राहत मिलेगी।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि राज्य में 10 हजार एकड़ से ज्यादा की फसल में किसानों ने PROM का इस्तेमाल किया और इसके अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं। लेकिन हरियाणा गौसेवा आयोग द्वारा तैयार किया गया PROM का सबसे बड़ा प्रस्ताव है। प्रदेश में 680 दुकानें हैं।
इनमें से प्रतिदिन 50 लाख कूड़ा कचरा है। हरियाणा गोसेवा आयोग ने गोबर को डीएपी के विकल्प में बदलने का जो कदम उठाया था, वह सफल साबित हो रहा है।
प्रदेश भर में पांच लाख से अधिक गोवंश है। गोवंश के गोबर से हर रोज 70 हजार कट्टे खाद तैयार किये जा सकते हैं। गोबर से तैयार की खाद लाभ का यह होगा कि यह पूरी तरह से जैविक होगी, जो प्लास्टिक से मुक्ति दिलाएगा।
डीएपी से 45 दिन बाद खेत में रासायनिक लेयर बनती है। मगर गाय के गोबर से तैयार की गई प्रोम खाद से प्राकृतिक तौर पर मिट्टी में परत बनेगी, जिससे केंचुए पैदा होंगे।
इस खाद में राक फास्टफेट व कल्चर का इस्तेमाल किया गया है, ये तत्व जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में मददगार होंगे।