Faridabad/Alive News: जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी और सरकारी स्कूल के अध्यापकों की मेहनत रंग लाई है। पूरे हरियाणा में पहली से पांचवीं कक्षा तक सबसे ज्यादा दाखिला करने के बाद फरीदाबाद जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। पहली से पांचवी कक्षा के अलावा इस वर्ष अन्य वर्षो की तुलना में राजकीय स्कूलों में अधिक बच्चों का दाखिला हुआ है।
दरअसल, प्रदेश सरकार राजकीय स्कूलों की शिक्षा में गुणवत्ता और संख्या बढ़ाने को लेकर सख्त नजर आ रही है। सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए थे कि इस बार राजकीय स्कूलों में सभी कक्षाओं में बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी होनी चाहिए। इसी संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने अध्यापकों की टीम के साथ गांव गांव जाकर चौपाल लगाई और लोगों को जागरूक किया तथा मौके पर ही फार्म भरकर बच्चों के एडमिशन भी किए। उनकी मेहनत और लगन का नतीजा यह निकला कि फरीदाबाद में सबसे ज्यादा एडमिशन हुए है और फरीदाबाद जिले ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
जानकारी के मुताबिक हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशक ने राजकीय स्कूलों में चल रहे हैं प्रवेश को लेकर आज वर्चुअल मीटिंग की। इस मीटिंग में सामने आया कि पिछले वर्ष प्रदेश के राजकीय स्कूलों में पहली से पांचवी कक्षा में 48673 बच्चों का एडमिशन हुआ था। वहीं इस वर्ष अब तक 50511बच्चों का एडमिशन हो चुका है।
इसी प्रकार छठी से आठवीं में पिछली बार 27920 बच्चों के मुकाबले इस बार 28341 बच्चों का एडमिशन हुआ है। राजकीय स्कूलों में बच्चों का एड्मिशन करने के मामले में छठी से आठवीं वर्ग में फरीदाबाद 15वें स्थान पर रहा है। नौवीं से 12वीं की कक्षा में फरीदाबाद में पिछले वर्ष 3298 के मुकाबले इस बार 35801 बच्चों का एडमिशन किया है। नौवीं से 12वीं की कक्षा में बच्चों के दाखिले के मामले में प्रदेश में फरीदाबाद चौथे स्थान पर रहा। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में सभी कक्षाओं में अधिक बच्चों का दाखिला हुआ है।
क्या कहना है जिला शिक्षा अधिकारी का
हमने घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया और चौपाले लगाई। जिसका परिणाम यह निकला है कि राजकीय स्कूलों में पूरे हरियाणा में दाखिले के मामले में फरीदाबाद ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मिशन एडमिशन की टीम ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जितने ज्यादा बच्चों का एडमिशन राजकीय स्कूलों में होगा उतने ही अधिक गरीब बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिलेगी और अध्यापकों के बीच ट्रांसफर की समस्या खत्म होगी।
-रितु चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी फरीदाबाद।