May 2, 2024

गांव खोरी में फरीदाबाद प्रशासन ने शुरू की तोड़फोड़ की कार्रवाही, सामान सहित ध्वस्त किए कई मकान

Faridabad/Alive News : प्रशासन ने खोरी में तोड़फोड़ की कार्रवाही के दौरान सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खोरी गांव के करीब 6663 मकानों को तोड़ा जाना है। जिसकी शुरुआत आज से फरीदाबाद प्रशासन द्वारा की जा चुकी है। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सबसे पहले सरदार कॉलोनी, शिव मंदिर और खड्डा कॉलोनी के कई मकानों को सामान सहित ध्वस्त किया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मजदूर संघर्ष समिति के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

बता दें, कि कोर्ट के आदेश पर इस जंगल की जमीन को पूरी तरह से खाली किया जाना है। जिसके बाद इस जमीन पर पेड़ पौधे लगाए जाएंगे। किसी भी प्रकार की घटना से निपटने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। तोड़फोड़ के दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति के खोरी गांव में आने पर रोक लगाई गई है।

केवल पुलिस प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारियों को ही आने की अनुमति दी गयी है। खोरी गांव में धारा 144 लगाई गई है और प्रशासन की सख्ती को देखते हुए यहां के लोगों ने पहले ही पलायन भी शुरू कर दिया है। लेकिन बड़ी संख्या में लोग अभी भी खोरी कॉलोनी में मौजूद है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नगर निगम को खोरी वन क्षेत्र से अवैध कॉलोनी को पूरी तरह से तोड़ना है। अब 14 दिन से भी कम का वक्त बचा हुआ है। इसको देखते हुए नगर निगम ने तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बता दें, कि मंगलवार को सुबह 6 बजे नगर निगम कमिश्नर डॉ. गरिमा मित्तल, डीसीपी अंशु सिंगला ने पुलिस फोर्स के साथ खोरी के अंदर जाकर निशानदेही का कार्य देखा और उच्च अधिकारियों को उचित दिशानिर्देश दिए थे।

संबंधित मामले को लेकर डॉ. गरिमा मित्तल ने कहा कि खोरी गांव में पहले दिन की कार्रवाई के लिए जितना लक्ष्य रखा गया था। उसे पूरा कर लिया गया है और यह कार्रवाई आगे लगातार जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए उनके पास 19 जुलाई तक का समय बचा है और इस निर्धारित समय में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी। बरसात की वजह से कार्रवाई को रोकना पड़ा है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि ‌खोरी क्षेत्र के लोगों के पुर्नवास के लिए नीति बनाई गई है और उन्हें ईडब्लूएस कोटे से डबुआ व बापू नगर क्षेत्र में फ्लैट उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए इस क्षेत्र में कैंप भी आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों को अस्थाई तौर पर रुकने के लिए शेल्टर होम भी बनाए गए हैं।