New Delhi/Alive News: हिंदी फिल्मों में अपने खलनायक किरदारों के लिए प्रसिद्ध अभिनेता सलीम गौस का आज (28 अप्रैल) सुबह निधन हो गया। वह 70 वर्ष के थे। उन्होंने फिल्मों के साथ ही कई टेलीविजन शोज में भी काम किया था। इसके अलावा वह थिएटर में भी अपने अभिनय और निर्देशन के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और अंग्रेजी फिल्मों में अभिनय किया है।
फैमली मैन फेम अभिनेता शारिब हाशमी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि पहली बार सलीम गौस साहब को टीवी सीरियल सुबह में देखा था। उनका काम बेहद लाजवाब लगा था।
1978 में की करियर की शुरुआत
घौस ने अपनी करियर की शुरुआत 1978 में फिल्म ‘स्वर्ग नरक’ से की थी। इसके बाद वह ‘मंथन’, ‘कलयुग’, ‘चक्र’, ‘सारांश’, ‘मोहन जोशी हाजिर हो’, ‘त्रिकाल’, ‘अघाट’, ‘द्रोही’ ‘थिरुदा थिरुदा, ‘सरदारी बेगम’, ‘कोयला’, ‘सोल्जर’, ‘अक्स’, ‘वेट्टाइकरन वेल डन अब्बा और का’ जैसी फिल्मों का हिस्सा रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स का भी रहे हिस्सा
फिल्में ही नहीं वह टेलीविजन इंडस्ट्री का भी जाना-पहचाना चेहरा थे। उन्होंने श्याम बेनेगल की टीवी सीरीज ‘भारत एक खोज’ में राम, कृष्ण और टीपू सुल्तान की भूमिकाएं निभाईं। वह सिटकॉम वागले की दुनिया (1988) का भी हिस्सा रहे थे। सलीम गौस के पास ‘किम’, ‘द परफेक्ट मर्डर’, ‘द डिसीवर्स’, ‘द महाराजा डॉटर’ और ‘गेटिंग पर्सनल’ सहित कुछ अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट का भी हिस्सा रहे थे।