May 18, 2024

दिल्ली में नकली डिटर्जेंट पाउडर बनाने वाली फैक्ट्री का हुआ भंडाफोड़, मालिक गिरफ्तार

New Delhi/Alive News : नरेला के कुरेनी गांव में चल रहे नकली डिटर्जेंट पाउडर बनाने वाली फैक्टरी का खुलासा किया है। पुलिस ने फैक्टरी मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नकली डिटर्जेंट पाउडर को नामी कंपनी सर्फ एक्सेल की पैकिंग में डालकर उसे दिल्ली व एनसीआर में बेच रहा था। पुलिस ने फैक्टरी से 3,247 किलो नकली डिटर्जेंट पाउडर, बड़ी मात्रा में सर्फ एक्सेल का पैकिंग मेटेरियल और दो पैकिंग मशीन भी बरामद की है।

मिली जानकारी के अनुसार फैक्टरी मालिक की पहचान नरेला निवासी मुकेश गर्ग के रूप में हुई है। मुकेश पर पहले से ही कॉपी राइट एक्ट के तहत तीन मामले दर्ज हैं। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के अधिकृत प्रतिनिधि राजेश कुमार ने बाहरी उत्तरी जिला में नकली डिटर्जेंट पाउडर बनाकर उसे सर्फ एक्सेल के पैकिंग में बेचे जाने की शिकायत की। जिसके बाद जिला के इन्वेटिगेशन यूनिट ने कॉपी राइट का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। 

संबंधित मामले में कार्रवाही करते हुए पुलिस ने कुरेनी गांव में नकली डिटर्जेंट बनाने की फैक्टरी पर छापा मारा। फैक्टरी से पुलिस ने काफी मात्रा में नकली डिटर्जेंट पाउडर और उसे बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामान बरामद किए। इसके बाद पुलिस ने फैक्टरी मालिक को गिरफ्तार कर पूछताछ की। 

मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ में आरोपी मुकेश ने बताया कि वह लंबे समय से कालाबाजारी के धंधे से जुड़ा हुआ है। उसकी नरेला में अनाज की दुकान भी है। वह सरकार से कम दाम में मिलने वाले अनाज का कालाबाजारी करता था। इस अवैध धंधे में उसके पाटर्नर ने उसे धोखा दिया, जिससे उसे धंधे में काफी नुकसान हुआ। इसके बाद उसने दिल्ली के बवाना में जाने माने कंपनियों के दैनिक उपभोग्य की वस्तुओं की नकली सामान को बनाने की फैक्टरी खोली। जहां उस फैक्टरी में एक मजदूर के घायल होने के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

इस घटना के बाद उसने बवाना में अपनी फैक्टरी को बंद कर समयपुर बादली में फैक्टरी खोली। जहां उसने नकली नमक बनाकर उसे टाटा नमक के पैकिंग में बेचता था। समयपुर बादली थाना पुलिस ने उसे कॉपी राइट एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद वह अलीपुर इलाके में नकली डिटर्जेंट बनाने की फैक्टरी चलाने लगा। वह नकली डिटर्जेंट को सर्फ एक्सेल के पैकिंग में डालकर बेचने लगा। अलीपुर थाना पुलिस ने भी उसके खिलाफ कॉपी राइट एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद वह नरेला में नकली डिटर्जेंट बनाकर उसे दिल्ली एनसीआर में बेचने लगा।