November 16, 2024

घर-घर के कूड़े-कचरें से पैसा कमा सकता है प्रत्येक सफाई कर्मचारी : उमा सुधा

कूड़े-कचरे से खाद बनाने वाले कर्मचारी को किया जाएगा सम्मानित, 5 जून को शहरवासियों के साथ मनाना है पर्यावरण दिवस, गांव बाहरी और सेक्टर-7 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया जाएगा काम, नप अध्यक्षा उमा सुधा ने सफाई कर्मचारियों को दिया कचरे को जिले और सूखे कचरे अलग करने का प्रशिक्षण, कुछ सफाई कर्मचारियों को दिल्ली में दिया जाएगा प्रशिक्षण

Rakesh Sharma/Alive News
Kurukshetra : नगरपरिषद की अध्यक्षा उमा सुधा ने कहा कि घर-घर के कूडे कचरे को अलग-अलग करके खाद बनाई जाएगी। इस कार्य का जिम्मा सफाई कर्मचारियों को सौंपा गया है। इस कचरे से खाद बनाने वाले सफाई कर्मचारी को अतिरिक्त आय भी हो सकती है। इस प्रकार शहर को साफ रखने के साथ-साथ अब सफाई कर्मचारी अपनी आय में भी ईजाफा करने में सक्षम हो जाएंगे। इतना ही नहीं सूखे कचरे से अलग-अलग तरह की वस्तुओं का निर्माण भी किया जा सकता है। इन वस्तुओं को गीता जयंती समारोह के दौरान या बजारों में अच्छे दामों पर बेचा भी जा सकता है। इस कार्य के बकायदा सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। अहम पहलु यह है कि इस कार्य को शहर का आम नागरिक भी कर सकता है।

नप अध्यक्षा उमा सुधा सोमवार को सुबह 7 बजे नगरपरिषद कार्यालय में सफाई कर्मचारियों को कचरे से कमाई करने और वेस्ट प्रोडक्ट से सुंदर वस्तुएं बनाने को लेकर प्रशिक्षण दे रही थी। इससे पहले थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने सफाई कर्मचारियों से कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने के लिए संस्धानों की कमी नहीं आने दी जाएगी और सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निवारण भी किया जाएगा। नप अध्यक्षा ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा नई दिल्ली में 5 दिन विशेष कार्यशाला का आयोजन कर कचरा प्रबंधन के बारे में प्रशिक्षण देने का कार्य किया। इस प्रशिक्षण के दौरान कचरे का उचित प्रयोग करने से संबधित तमाम पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा कि घर-घर के कूड़े कचरे और कर्कट को व्यर्थ में फैंकना नहीं चाहिए। इससे शहर भी गंदा होता है। इस कचरे से पैसा भी कमाया जा सकता है। इसके लिए सिर्फ सफाई कर्मचारी और आम नागरिकों को अपनी सोच बदलकर मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा की थी। इस घोषणा के अनुसार भारत पुर्णत्य स्वच्छ बनाना है ताकि दुनिया में भारत की एक अलग पहचान बन सके।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की 80 नगरपालिकाओं में 10 को जिनमे थानेसर नप भी शामिल है, को सरकार ने सम्मानित करने का काम किया। अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए थानेसर को स्वच्छता के मामले में नम्बर एक बनाने का प्रयास करना है। परंतु इसके लिए सभी का सहयोग होना बहुत जरूरी है। नप अध्यक्षा ने कहा कि प्रत्येक वार्ड में कचरे से खाद बनाने के लिए नगर परिषद की तरफ से प्रशिक्षण देने के साथ-साथ हर प्रकार की सहायता भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि 5 जून को पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाना है। इस दिन शहर के सभी स्कूल,संस्थाएं और आम नागरिकों को साथ जोडा जाएगा और थानेसर शहर को स्वच्छ बनाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बाहरी मौहल्लें में सफाई कर्मचारी स्वयं अपने घर से कूडे को अलग-अलग करने की पहल करेंगे और नप द्वारा खाद बनाने के लिए जगह भी मुहैया करवाई जाएगी। इसके साथ ही सेक्टर 7 में भी इस योजना पर भी काम किया जाएगा।

करीब 2 सालों में तैयार होगा कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट
नप अध्यक्षा उमा सुधा ने कहा कि शहर के कचरे को अलग-अलग करने के लिए एक प्रेाजेक्ट लगाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की रूप रेखा तैयार करने के दिशा-निर्देश दिए गए है। सरकार का प्रयास है कि इस प्रोजेक्ट को करीब 2 सालों में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।

कचरें में इलैक्ट्रोनिक्स सामान फैंकने से पैदा हो सकती है कैंसर जैसी बिमारी
नप अध्यक्षा उमा सुधा ने कहा कि कूडे में इलैक्ट्रोनिक्स सामान के फैंकने से कैंसर जैसी कई भयंकर बिमारियां होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए घर व दुकान के कचरे में इलैक्ट्रोनिक्स सामान नहीं फैंकना चाहिए। इसको अलग से ही रखना चाहिए।

सफाई कर्मचारियों को दिल्ली में दिया जाएगा प्रशिक्षण
नप अध्यक्षा उमा सुधा ने कहा कि शहर के सफाई कर्मचारियों को दिल्ली में कचरा प्रबंधन को लेकर प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। इस प्रशिक्षण के बाद शहरवासियों को कचरा प्रबंधन के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए प्रत्येक वार्ड पाषर्द और वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।