Faridabad/Alive News: ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अब ब्रेन स्ट्रोक, पैरालिसिसि व अन्य नसों की गंभीर बीमारियों का समय से पहले पहचान हाे सकेगी। क्योंकि अस्पताल में न्यूरो फिजियोलॉजी और न्यूरो डायग्नोस्टिक लैब की शुरूआत की गई। इसका शुभारंभ भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक व स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव डॉ. राजीव बहल ने किया।
बता दें कि एनआईटी-3 स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल से जिले के करीब 6.5 लाख कार्ड धारक जुड़े है। इसके अलावा गुड़गांव, पलवल, पानीपत, रेवाड़ी, यमुनानगर आदि जिलों से भी रोजाना करीब 4500 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इस अस्पताल में अब दिल्ली एम्स अस्पताल की तर्ज पर सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं जैसे कैंसर मरीजों का इलाज, एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, बीमारियों का इलाज शुरू कर दिया गया है।
पहले अस्पताल में न्यूरो फिजियोलॉजी लैब की सुविधा नहीं थी। ऐसे में मरीजों को निजी अस्पताल रेफर किया जाता था। मरीजों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए मेडिकल कॉलेज की तीसरी मंजिल पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस न्यूरो लैब शुरू कर दी गई है। इस मौके पर अस्पताल के डीन डॉ. असीम दास, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल पांडेय आदि मौजूद रहे। डॉक्टरों ने कहा कि न्यूरो फिजियोलॉजी लैब में ब्रेन स्ट्रोक, पैरालिसिस समेत नसों की गंभीर बीमारियों की पहचान समय से पहले की जा सकेगी और समय रहते मरीजों का इलाज किया जा सकेगा।