Faridabad/Alive News : डबुआ कालोनी स्थित सैंट मीका क्रिश्चयन हाई स्कूल में पर्यावरण को मध्येनजर रखते हुए वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वृक्षारोपण कार्यक्रम के अन्तर्गत स्कूली छात्रों ने लोगों की जागरूकता हेतू स्कूल प्रागंण से जागरूकता रैली निकाली। रैली को स्कूल की प्रिंसीपल पुष्पा दयाल ने हरि झण्डी दिखाकर रवाना किया।
रैली में ‘पेड़ हमारी शान हैं, देते जीवन दान हैं’ और ‘पेड लगाओ पर्यावरण बचाओं’ जैसे नारे व श£ोगन के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया गया। जागरूकता रैली डबुआ कालोनी की गलियों से होती हुए अन्नाज गोदाम वाली रोड़ पर आकर समाप्त हुई। इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शिक्षाविद डॉ.एम.पी.सिंह और विशिष्ठ अतिथि के रूप में फारेस्ट अफसर बुधराम ने शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यातिथि के पौधारोपण से हुआ।
इसके पश्चात स्कूली छात्रों ने सैंकड़ो वृक्ष लगाए और इनकी देखरेख का जिम्मा भी उठाया। इस अवसर पर पुष्पा दयाल ने मुख्यातिथि व अतिथियों को बुके भेंट देकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यातिथि डॉ.एम.पी.सिंह ने कहा कि यदि वृक्ष है तो हम सब लोगों का जीवन सुरक्षित है। वृक्ष न होने की वजह से हम ऋुतियों का आन्नद नहीं ले पाऐंगे और ना ही समयानुसार वर्षा होगी। जिसके फलस्वरूप दुष्परिणाम हमारे सामने दिखाई पड़ेगे। वृक्ष न होने की स्थिति में भूमि कटाव के कारण बाढ़ आने की आशंका अधिक होती है, वहीं भूकम्प के साथ ही और प्रदूषण का ग्राफ भी काफी बढ़ जाएगा, इसलिए हमें पृथ्वी को बचाने के लिए अधिक से अधिक वृक्ष लगाने की आवश्यकता है।
वहीं विशिष्ठ अतिथि बुधराम ने कहा कि सीएम खट्टर के सपने को साकार करने के लिए ग्रीन हरियाणा व क्लीन हरियाणा के लिए हजारों पौधे लगाए जा रहें हैं, ताकि भविष्य में होने वाली विषम परिस्थितियों पर काबू पाया जा सके।
वहीं स्कूल की प्रिंसीपल पुष्पा दयाल ने कहा कि वृक्ष हमारे जीवन का आधार है, वृक्ष प्रदूषण के लेवल को कम करके हमें शुद्ध वायु देते हैं और हमारे जीवन को रोगमुक्त बनाने में हमारी मद्द करते हैं। वृक्षों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। इसलिए इस मौके पर हम सभी को प्रण लेना चाहिए कि हम जीवन में अधिक से अधिक पौधे लगाए और उनकी देखरेख करे। कार्यक्रम में स्कूल के चेयरमैन मशी दयाल ने सभी का धन्यवाद किया। इस मौके पर तिलक राज शर्मा और जोगी भाटिया व स्कूल का पूरा स्टाफ मौजूद रहा।