Faridabad/Alive News : नगर निगम में सफाई कर्मचारी यूनियन ने हजारों की संख्या में निगम मुख्यालय पर एकत्रित होकर झाडू प्रदर्शन करते हुए नीलम चौक तक जुलूस निकाला। प्रदर्शन का नेतृत्व सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने की। इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा के राज्य महासचिव सुभाष लाम्बा व जिला प्रधान अशोक कुमार मौजूद थे।
कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए सुभाष लाम्बा व बलवीर सिंह बालगुहेर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने नगरपालिका, परिषदों व नगर निगमों को सातवें वेतन आयोग की घोषणा तो कर दी है, किन्तु सरकार को यह भी मालूम होना चाहिए कि यह विभाग प्रत्येक महीने के वेतन के लिए भी जद्दोजहद कर्मचारियों को वेतन देता है। इसलिए ये विभाग एरियर का भुगतान कहा से करेगें, सरकार को चाहिए था कि जिस तरह बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को सरकार ने 146 करोड़ की ग्रांट दी है।
उस तरह नगर निगम, नगर पालिका व नगर परिषदों में कार्यरत कर्मचारियों को ग्रांट देकर सातवें वेतन का एरियर समय पर देना चाहिए, आज वो अपने वायदों से मुकर रही है, सरकार उनको पूरा करें। जहां तक समान काम-समान वेतन की बात है, 26 अक्टूबर 2016 को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद भी हरियाणा सरकार इन गरीब कर्मचारियों को इस लाभ से वंचित किया हुआ है। उन्होंने कहा कि नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा ने जो 18 सूत्रीय मांग पत्र दिया हुआ, जब तक सरकार उस पर वार्ता नहीं करती तब तक आगामी आन्दोलन बादस्तूर जारी रहेगें।
बालगुहेर ने शहरी स्थानीय निकाय की मंत्री कविता जैन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह कर्मचारियों से स्वच्छता पर रोजाना नई-नई हिदायत देती है लेकिन इन गरीब, दलित सफाई कर्मचारियों की मांगों के प्रति मंत्री के पास मुलाकात का भी समय नहीं है। अगर मंत्री जी ने 6-7 जुलाई के झाडू प्रदर्शन व 11 जुलाई को हरियाणा के सभी शहरों में मशाल जुलूस के बाद भी अगर नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के प्रतिनिधियों से बातचीत नहीं की तो यह कर्मचारी 12-13 व 14 जुलाई को प्रदेशव्यापी हड़ताल करने को मजबूर होगें।
जिसकी जिम्मेदारी स्वयं मंत्री कविता जैन की होगी। जुलूस को अन्य के अलावा नानकचंद खैरालिया, सोमपाल झिझोटिया, श्रीनंद ढकोलिया, करतार, रविन्द्र नागर, दिगम्बर सिंह, महेश मंगू, बल्लू प्रधान, प्रेमपाल, सुदेश कुमार, कृष्ण कुमार, देवेन्द्र मंझावली, दान सिंह, रगबीर चौटाला, देशराज, सूरज कीर, महेन्द्र कुडिया, माया, कमला, सलोचना, शकुन्तला, रामवती आदि ने सम्बोधित किया।