November 5, 2024

शिक्षण संस्थान देश के लिए बौद्धिक निवेश में अपना योगदान देंः प्रो. सोलंकी

फरीदाबाद – हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने ‘मेक इन इंडिया’ की अवधारणा को शिक्षा के क्षेत्र में लाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि शिक्षण संस्थान, तकनीकीविद्, वैज्ञानिक तथा शोधकर्ता देश के लिए बौद्धिक निवेश में अपना योगदान दें। राज्यपाल प्रो. सोलंकी आज वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद में ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की मेक इन इंडिया में भूमिका’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

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इस अवसर पर उन्होंने सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन किया तथा विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई ‘डिजिटल वाईएमसीएयूएसटी’ एप्लीकेशन का शुभारंभ किया। ‘प्रतिभा पलायन’ की समस्या पर चिंता जताते हुए राज्यपाल ने ‘थिंक फार इंडिया’ की सोच को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि आज जब हम ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की मेक इन इंडिया में भूमिका’ जैसे अहम विषय पर चर्चा कर रहे है तो हमें ‘थिंक फार इंडिया’ पर भी चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों में कौशल विकास तथा व्यवहारिक शिक्षा को प्रोत्साहित करने को जरूरी बताया।

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उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान विद्यार्थि को ऐसी कौशल आधारित व्यवहारिक शिक्षा प्रदान करें कि प्रतिस्पर्धा के युग में विद्यार्थी खुद को स्पर्धा में बनाये रखें और बोझ न बनें। उन्होंने कहा कि स्किल इंडिया के बिना डिजिटल इंडिया की कल्पना नहीं की जा सकती और कौशल आधारित शिक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को अपनाकर ही हासिल की जा सकती है। प्रो. सोलंकी ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवीनतम अनुसंधान ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की सफलता में अहम भूमिका निभा सकते है, जिसके लिए इंजीनियर्स, तकनीकी विशेषज्ञों तथा वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण योगदान देना होगा।

21वीं सदी को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की सदी बताते हुए उन्होंने कहा कि स्किल इंडिया, स्टार्ट-अप, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया आज के भारत की आवश्यकता है। राज्यपाल ने वाईएमसीए विश्वविद्यालय द्वारा चलाये जा रहे डिजिटल साक्षरता अभियान की सराहना की। कार्यक्रम के अंत में सम्मेलन के अध्यक्ष प्रो. राज कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान विभिन्न तकनीकी सत्रों में लगभग 250 पेपर्स प्रस्तुत किये जायेंगे। इस अवसर पर भारतीय विज्ञान कांग्रेस संस्था के अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार सक्सेना, उपायुक्त चंद्रशेखर, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ आदित्य दहिया, अग्रवाल कॉलेज बल्लभगढ़ के प्रिंसिपल डॉ के के गुप्ता, विश्वविद्यालय के सभी डीन, चेयरपर्सन तथा संकाय सदस्यांे के अलावा काफी संख्या में प्रतिभागी तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।