सत्र की शुरुआत से पहले ही स्कूलों में पहुंचने लगी पुस्तकें, 2018-19 में शुरुआती कक्षाओं से ही पढ़ाई पर फोकस किया जा सकेगा।
Gurugram/Alive News : सरकारी स्कूलों में नि:शुल्क दी जाने वाली पाठ्य पुस्तकें इस बार सत्र के शुरुआत से पहले ही स्कूलों में पहुंचने लगी हैं। ऐसे में विद्यार्थियों व अध्यापकों को काफी राहत पहुंच रही है। अब तक पाठ्यपुस्तकों को लेकर विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ती थी।
प्रतिवर्ष तकरीबन तीन से चार माह तक पठन पाठन प्रभावित होता था, ऐसे में इस बार विभाग ने मुस्तैदी दिखाते हुए पुस्तकें पहले ही स्कूलों तक पहुंचाने का काम शुरू करवा दिया है। अध्यापकों के मुताबिक पुस्तकें पहुंचने के कारण सत्र 2018-19 में शुरुआती कक्षाओं से ही पढ़ाई पर फोकस किया जा सकेगा। शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा में पढऩे वाले छात्रों को नि:शुल्क पाठ्यक्रम पुस्तकें दी जाती हैं।
पिछले कई सालों के दौरान पुस्तकों की समय पर सप्लाई नहीं की जाती थी, जिस कारण स्कूलों में सीआरपी यानि कक्षा तत्परात कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को जानकारी दी जाती थी। ऐसे में पुस्तकें नहीं मिलने के कारण कम ही छात्र स्कूलों में पहुंचते थे। शिक्षा विभाग का दावा है कि सरकारी स्कूल में दाखिला लेने वाले छात्रों को इस बार किताबों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि शिक्षा विभाग ने सत्र शुरू होने से हफ्तों पहले ही किताबें मुहैया करवानी शुरु कर दी है। इससे छात्रओं कोर्स भी समय से पूरे हो जाएंगे। जिससे उन्हें परीक्षा के दौरान तैयारी करने में समस्या नहीं होगी।